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दोपहर दो बजे तक रहा बाजार बंद
देवेन्द्रराज सुथार, बागरा. रामनवमी के अवसर पर आज कस्बे में दोपहिया वाहन विशाल भगवा रैली का आयोजन किया गया। बस स्टैंड स्थित बाबा रामदेव मंदिर के प्रांगण से भगवा रैली शुरू होकर कस्बे के गांधी चौक, उगमणावास, नयावास, रेलवे स्टेशन मार्ग होते हुए जालंधर नाथ महादेव मंदिर स्थल पर पहुंची।
रैली के आगे डीजे पर रामधुन बज रही थी। उसके पीछे हाथों में भगवा पताका लिए दोपहिया वाहनों पर सवार भक्तों का एक विशाल जुलूस था, जो ‘एक ही नारा, एक ही नाम, जय श्री राम, जय श्री राम‘ का उद्घोष कर रहे थे। अंत में पुलिस जाब्ता तैनात था।
रैली में भगवान श्रीराम के सुसज्जित रथ पर बैठे स्कूली बच्चों की राम, लक्ष्मण, सीता और हनुमान की वेशभूषा में झांकी आकर्षक का केंद्र रही। इस दौरान कस्बे में विभिन्न स्थानों पर माताओं-बहनों ने पुष्पवर्षा कर रैली का स्वागत किया। रैली में भगवान राम के नारों और जयकारों से माहौल राममय हो गया।
दोपहर दो बजे तक प्रतिष्ठान बंद रहे
रामनवमी पर विशाल भगवा रैली को लेकर कस्बे में दोपहर 2 बजे तक बाजार पूरी तरह बंद रहा। दवा दुकान को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहीं। पिछले दिनों व्यापारी मंडल द्वारा स्वैच्छिक बाजार बंद करने को लेकर निर्णय लिया गया था। दोपहर बाद सभी दुकानें खुली नजर आई।
भगवान श्रीराम हमारे आदर्श : पुखराज भाटी
रेलवे स्टेशन रोड स्थित जालधंर नाथ महादेव मंदिर परिसर में भगवान राम की आरती की गई। तत्पश्चात आयोजक श्री रामनवमी महोत्सव समिति के कार्यकर्ताओं द्वारा रामनवमी के महत्व पर प्रकाश डाला गया।
इस दौरान पुखराज भाटी ने कहा कि रामनवमी भगवान राम के अवतरण का दिवस है। भगवान श्रीराम मर्यादा पुरुषोत्तम थे। उनका पूरा जीवन हम सभी के लिए एक आदर्श है। चंपालाल घांची ने भगवान राम के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भगवान राम जन-जन के रक्षक है। उनके जन्म दिवस पर विश्व हिन्दू परिषद एवं बागरा के सभी कार्यकर्ताओं द्वारा आयोजित रैली व्यष्टि से समष्टि की ओर चलने का मार्ग प्रशस्त करती है।
ये रहे मौजूद
इस अवसर पर कैलाश अग्रवाल, नोपाराम सुथार, छगन गर्ग, विक्रम प्रजापत, शेखर भारद्वाज, जबरसिंह भाटी, जवानमल सुथार, जेतसिंह राजपुरोहित, प्रकाश माहेश्वरी, गंगा सिंह जोरावत, शंकर अग्रवाल, आदाराम मेघवाल, आशुलाल सुथार, संपत सुथार, थानमल प्रजापत, जेश अग्रवाल, उत्तम सोनी, भंवरलाल घांची, सतीश प्रजापत, दिनेश मालवीय, जयंतीलाल घांची, कमलेश ठाकुर, किरण मालवीय, इंद्र भारती, कालू छिपा, विक्रम माहेश्वरी, रतनलाल प्रजापत, कृष्णपाल, राजू छिपा, प्रह्लाद हिरागर, बगसिंह राजपुरोहित, विमलेश जैन, अंबालाल सुथार, गोपाल सुथार, अशोक जैन, रमेश सुथार, लखमाराम देवासी, कमल सिंह, कृष्णपाल सिंह, गोविंद सिंह, सुरेंद्र सिंह, सुरेश रावल, घेवाराम घांची, विकास सुथार, एडवोकेट मोहित सुथार, रतन सिंह नून, गौतम सुथार सहित कई जने मौजूद रहे।