- पेम्पलेट का किया विमोचन
- अखिल भारतीय किसान प्रतिनिधियों को निमंत्रण देने एक दल रवाना
जालोर। जवाई बांध का पानी नदी में छोड़ने को लेकर एक बार फिर जालोर के किसान हुंकार भरने जा रहे है। किसानों ने 27 फरवरी से जालोर जिला मुख्यालय के सामने विशाल धरना शुरू करने की घोषणा की है। इसके लिए रविवार को किसानों का एक दल खाटू श्याम में होने जा रहे भारतीय किसान संघ के अधिवेशन में प्रदेश प्रांत और अखिल भारतीय प्रतिनिधियों को निमंत्रण रवाना हुआ है। इस दौरान उन्होंने किसानों को बांटे जाने वाले पम्पलेट का भी विमोचन किया।
भारतीय किसान संघ के जिला संगठन मंत्री खीमसिंह ने बताया की पिछले दिनों जालोर जिला मुख्यालय पर भारतीय किसान संघ के बैनर तले जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करने के लिए एवं जवाई नदी में पानी छोड़ने की मांग को लेकर धरना व आमरण अनशन किया गया था जिसके बाद नेताओं व लेटा महन्त रणछोड़ भारती महाराज के आश्वासन के बाद आगामी दिनों के लिए धरना स्थगित कर दिया गया था। वही एक किसानों का प्रतिनिधिमंडल जयपुर गया था जो राजस्थान सरकार के प्रशासनिक अधिकारियों व राजस्थान सरकार के मंत्रियों से मिला था। उन्होंने आश्वासन दिया था कि जालोर में जवाई पुनर्भरण के लिए 2554 करोड की वित्तीय स्वीकृति मंजूर हो गई है। दिसंबर में इसका टेंडर होना था और मौजूदा प्लान के अनुसार काम चलता तो जनवरी में निर्माण कार्य प्रारम्भ हो जाता, लेकिन अभी तक जल संसाधन विभाग द्वारा टेंडर भी जारी नहीं किया गया है।
27 फरवरी से शुरू होगा धरना
किसानों ने जवाई बांध के पानी पर जालोर का हक तय करके अतिरिक्त पानी जवाई नदी में छोड़ने और फसल खराबे का उचित सर्वे करके आदान-अनुदान देकर किसानों को राहत देने की मांग को लेकर आगामी 27 फरवरी को भारतीय किसान संघ के तत्त्वावधान में विशाल धरना शुरू करने की घोषणा की है।
पीले चावल बांटकर दिया जा रहा निमंत्रण
जालोर और आहोर के सभी किसान तयारी में लगे हुए है। इसके लिए प्रत्येक गांव में मीटिंग करके किसानों को चावल देकर धरने में आने का निमंत्रण दिया जा रहा है। हर किसान के घर से दो-दो किलो गेहूं इकट्ठा किया जा रहा है। जब तक धरना चलेगा तब तक इसी अनाज से किसान वहीं पर किसानों का खाना बनेगा। रविवार सुबह खाटू श्याम के लिए भारतीय किसान संघ के जिला उपाध्यक्ष सवाराम चौधरी, भारतीय किसान संघ के जिला संगठन मंत्री खीमसिंह, जगाराम माली ऐलान, महावीर सिंह, छोगाराम पटेल, नरपत सिंह, लाल सिंह राजपुरोहित रवाना हुए।