पॉपुलर फिक्शन शो मीत ने दर्शकों के दिलों में एक खास जगह बना ली है। इस शो में मीत हुड्डा (आशी सिंह) की कहानी दिखाई जा रही है, जो समाज में पुरुष और स्त्री के लिए बनाए गए अलग-अलग नियमों पर सवाल उठाती है और यह साबित करती है कि ऐसा कोई काम या जिम्मेदारी नहीं है, जो एक औरत न निभा सके। जहां आशी सिंह मीत हुडा का रोल बखूबी निभा रही हैं, वहीं हाल ही में दर्शकों ने इस शो में अपने फेवरेट कैरेक्टर मीत अहलावत की मौत देखी और अब एक साल के लीप के बाद मीत अपने पूर्व पति का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा करती नजर आ रही है।
मीत अपनी धाकड़ स्टाइल में सरकारपुर पहुंच चुकी हैं और अपने रास्ते में आने वाली हर मुश्किलों को धूल चटा रही है। हालांकि इन सबके बीच वो गांव के एक अखाड़े में मनमीत (शगुन पांडे) को देखती है, और उसके और अपने पूर्व पति मीत अहलावत के बीच समानता पाकर हैरान रह जाती है। इस शो में मनमीत के रूप में शगुन पांडे की एंट्री से मीत की जिंदगी में उथल-पुथल मच जाएगी और दर्शक भी यह जानने को उत्सुक हो जाएंगे कि आगे क्या होगा? इस शो में मनमीत ऐसे आदमियों से कुश्ती लड़ते हुए एंट्री करेंगे, जो उनके साइज से डबल आकार के पहलवान है जिन्हें गांव में कोई नहीं हरा सकता। वैसे, इस सीन की शूटिंग करना शगुन के लिए भी बिल्कुल नया काम था और इसमें अपना बेस्ट देने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की ताकि वो इस शो में अपने नए किरदार की बॉडी लैंग्वेज और हरियाणवी बोली अपना सकें।
शगुन पांडे बताते हैं, मेरा नया किरदार, मीत अहलावत से बिल्कुल अलग है मनमीत एक हरियाणवी आदमी है, जो अखाड़े में कुश्ती लड़ता है उसकी तरह दिखने के लिए मुझे बहुत तैयारियां करनी पड़ी और इसके लिए मैंने 3 महीनों तक रोज वर्कआउट किया। असल में वर्कआउट करने से लेकर हरियाणवी मनमीत की तरह दिखने और बोलने के लिए मैंने वाकई बहुत मेहनत की। चूंकि हम लोग लगातार शूटिंग कर रहे थे, इसलिए हम सुबह 5 बजे ट्रेनिंग करते थे और फिर 12-13 घंटों के लिए शूटिंग करने निकल जाते थे जब इस लीप की चर्चा हो रही थी, तब से ही मैंने अपनी बॉडी को तैयार करना शुरू कर दिया था। यह मेरे लिए भी एक चुनौती थी कि मैं हरियाणवी भाषा और इसकी बोली सही ढंग से सीख सकूं। इसके लिए आदित्य नुनिवाल और गीता जी ने मेरी बहुत मदद की। मैं हरियाणवी भाषा की बारीकिया समझना चाहता था ताकि दर्शक मनमीत से जुड़ सकें। मुझे उम्मीद है कि मेरे फस मेरे नए किरदार को उतना ही पसंद करेंगे, जितना यो मीत अहलावत को पसंद करते रहे हैं।”
जहां मीत हुड्डा, मीत अहलावत और मनमीत के बीच जबर्दस्त समानता देखकर दंग रह जाएंगी, वही यह जानना भी दिलचस्प होगा कि क्या उनके लिए अपने पूर्व पति की अंतिम इच्छा पूरी करना आसान होगा?
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