जालोर. एपेक्स हॉस्पिटल एण्ड ऑर्थोपेडिक सेंटर जालौर में पदस्थापित हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विश्नोई और डॉक्टर विश्वास मोदी की टीम द्वारा एक ही दिन मे दो मरीजों के कुल्हा प्रत्यारोपण का सफलतापूर्वक ऑपरेशन किया है। अस्पताल के प्रबंध निदेशक गोपाल सुंदेशा ने बताया कि अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम ने जालौर निवासी 65 वर्षीय पोनी देवी व सायला निवासी 89 वर्षीय राजाराम के कुल्हा प्रत्यारोपण का सफलतापूर्वक ऑपरेशन कर दोनों के कुल्हे में नए कृत्रिम बॉल लगाए हैं। कुल्हा प्रत्यारोपण का सफल ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर विश्नोई ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से दोनों मरीजों के कुल्हे में अत्यधिक दर्द रहता था जिस पर एक्स-रे रिपोर्ट में यह बात पता चली कि दोनों मरीजों के कुल्हे में घिसावट हो जाने के कारण दर्द होना शुरू हुआ।अस्पताल में अत्याधुनिक सुविधाओं व विशेषज्ञों की बेहतरीन टीम ने कुल्हा प्रत्यारोपण का सफलतापूर्वक ऑपरेशन करते हुए नई बॉल को खुले में प्रत्यारोपित कर मरीज को चिकित्सकीय राहत प्रदान की।
डाक्टर विश्नोई ने बताया कि कुल्हे का प्रत्यारोपण एक आर्थोप्लास्टिस शल्य चिकित्सा है जिसमे रोगग्रस्त कोर्टिलेज और कुल्हे के जोड़ की हड्डी को निकालकर उसके स्थान पर नकली जोड़ लगाया जाता है जिसे प्रोस्थेसिस कहते है।आमतौर पर मरीज को कुल्हे के प्रत्यारोपण की सिफारिश तब की जाती है, जब उसके कूल्हे के जोड़ घिस जाते है या क्षतिग्रस्त हो जाते है कि उनकी वजह से उसके चलने फिरने मे असुविधा होती है तथा साथ ही बहुत तेज दर्द होता है तब सामान्य तौर पर चिकित्सक के परामर्श से ली गई दर्द निवारक दवाओं या फिजिकल थेरेपी से दूर नहीं होता। तब हिप रिप्लेसमेंट या कुल्हा प्रत्यारोपण की सलाह दी जाती है। कुल्हा प्रत्यारोपण सर्जरी के दौरान कुल्हे के सामने या उसके बाजू में एक चीरा लगाते हैं। बीमार या क्षतिग्रस्त कुल्हे को निकालकर उसके स्थान पर एक कृत्रिम जोड़ लगा दिया जाता है। आमतौर पर कुल्हा प्रत्यारोपण सर्जरी में लगभग 60 से 90 मिनट का समय लगता है।
एपेक्स हॉस्पिटल एण्ड ऑर्थोपेडिक सेंटर जालौर में हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डॉक्टर विश्वास मोदी ने बताया कि एपेक्स हॉस्पिटल एण्ड ऑर्थोपेडिक सेंटर पश्चिमी राजस्थान के बेहतरीन अत्याधुनिक सुविधाओं से परिपूर्ण अस्पतालों में शुमार है इसमें घुटना एवं कुल्हा प्रत्यारोपण के साथ-साथ कमर, गर्दन व घुटने का दर्द, रीड की हड्डी का ऑपरेशन, कुल्हे की जांच एवं सर्जरी, गांठिया वादी रोग, आनुवांशिक रोगों का इलाज, फ्लोराइड से प्रभावित हड्डियों, हाथों एवं पैरो मे जन्मजात सूनापन एवं टेढापन, इलिजारों सर्जरी द्वारा हड्डियों को लम्बा करना, नए एवं पुराने बिगड़े हुए फ्रेक्चर का सफल इलाज यहां किया जाता है।