मध्यप्रदेश ईस बार का चुनावी राज्य है तभी दिग्विजय सिंह के बयान से एक बार फिर कांग्रेस में खलबली मची हुई है। जिस को चलते राहुल गांधी को स्पष्टीकरण देना पडा था। कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह एक बार फिर अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। कैसे उनके बयान कांग्रेस के लिए आत्मघाती साबित हो रहे हैं। पुलवामा हमले को लेकर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश में पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक पर फिर सवाल उठाते ही सुर्खियो में नजर आ रहे है। जिस को भाजपा-कोंग्रेस के नेताओ में भी आमने सामने बयान बाजी देखी जा रही है।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और मध्य प्रदेश से राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की है। तभी ईसी राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान जम्मू-कश्मीर में कहा की, पार्टी उनके बयान से सहमत नहीं है और उनके बयान को निजी बयान माना जाना चाहिए। नेता के बयान को उनका निजी बयान बताते हुए उनसे किनारा कर लिया था।
भाजपा ने दिग्विजय सिंह की सर्जिकल स्ट्राइक के सबूत की मांग को सशस्त्र बलों का अपमान बताया और कांग्रेस पर निशाना साधा। इसके बाद कांग्रेस नेता राहुल गांधी को सामने आना पड़ा और उन्होंने भी ईस बयान का ईस तरह जवाब दिया था। कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह के बयान से फिर विवाद ने पार्टी की पहले से ही मुश्किलें बढ़ा दी हैं क्यों की ईस से पहले भी सबूत की बात को लेके भाजपा ने कोंग्रेस को घेऱा था।