नरकटियागंज से भाजपा विधायक रश्मि वर्मा के खिलाफ बेतिया के शिकारपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। बताया जा रहा है कि विधायक के खिलाफ चोरी के एक मामले में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। विधायक के खिलाफ जानकी संस्कृत उपराष्ट्रीय महाविद्यालय के प्राचार्य शितांशु कुमार ने प्राथमिकी दर्ज करायी है। इस मामले में उसके नेता अभय कांत समेत 25 से 30 अन्य लोगों को आरोपित किया गया है। इस मामले में जांच कराई गई है।
क्या है पूरा मामला?
प्राचार्य शितांशु का आरोप है कि जब वे पटना गए तो कॉलेज की जिम्मेदारी शिक्षक पाठक साहब को सौंप दी गई। विधायक जानकी संस्कृत उपशास्त्री महाविद्यालय के संचालक मंडल के अध्यक्ष भी हैं। फिर प्राचार्य की अनुपस्थिति में उन्होंने व अन्य नेताओं ने 17 जनवरी को कॉलेज में ताला तोड़ दिया। और कॉलेज के कमरे का दरवाजा तोड़कर उसमें से कुछ कागजात चुरा ले गए। प्राथमिकी में प्राचार्य शितांशु कुमार ने विधायक के अलावा पूर्व प्रभारी प्राचार्य अभयकांत तिवारी समेत 25-30 अज्ञात लोगों पर आरोप लगाया है। आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा कि वह इसी समय छुट्टी लेकर अपने अधिवक्ता से मिलने पटना गए और शिक्षक विवेक पाठक को कॉलेज का चार्ज दिया।
विधायक समेत 25 अन्य पर आरोप
घटना वाले दिन उन्हें सूचना मिली कि सभी आरोपी कॉलेज में घुसे हुए हैं और उन्हें कॉलेज में घुसता देख प्रभारी शिक्षक जान बचाकर भाग गए। सबके जाने के बाद शिक्षक ने बताया कि विधायक व अन्य लोगों ने मिलकर प्राचार्य के कमरे व अन्य कमरों के ताले तोड़ दिए, कार्यालय कक्ष व प्राचार्य के स्थायी आवास के ताले तोड़ दिए व कागजात व अन्य सामान उठा ले गए।
विधायक ने कहा, आरोप निराधार हैं
इधर विधायक रश्मि वर्मा ने कहा कि खुद को प्राचार्य बताने वाले व्यक्ति का मानसिक संतुलन बिगड़ गया है। विकास कार्यों को बढ़ावा देने के कारण उन पर निराधार आरोप लगाए जा रहे हैं। वहीं विधायक रश्मि वर्मा ने इस मामले में मीडिया से कहा है कि उन पर लगाए गए आरोप पूरी तरह बेबुनियाद हैं। रश्मि वर्मा ने कॉलेज जाने की बात को स्वीकार कर लिया है। लेकिन यह भी कहा कि वह कॉलेज में प्रिंसिपल अभयकांत तिवारी के साथ थीं। वहीं थानाध्यक्ष रामाश्रय यादव ने मीडिया को बताया कि कॉलेज के प्राचार्य शितांशु कुमार के आवेदन पर प्राथमिकी दर्ज की गयी है। मामले की जांच की जा रही है।