- बाला गांव के ग्राम विकास अधिकारी की मौत का मामला
जालोर. जिले के आहोर उपखण्ड क्षेत्र के बाला ग्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी की रहस्यमयी मृत्यु ने सकते में डाल दिया है। घटना के करीब 36 घण्टे बाद हुई मौत के इस मामले में चिकित्सकों का कहना है कि बीपी हाई होने के दौरान अधिक ठंडे पानी से नहाने से इस प्रकार की स्थिति होने की आशंका रहती है। बाला ग्राम पंचायत के जोराराम मीणा ने बताया कि ग्राम विकास अधिकारी महेश कुमार निगम पंचायत भवन में ही निवास करते थे।
शनिवार सुबह ई-मित्र धारक पारस कुमार उनके घर चाबी लेने पहुंचा था। इस दौरान स्नानघर के अंदर से खर्राटे की आवाज आ रही थी, दरवाजा खटखटाया तो नहीं खोला। इस पर ईमित्र धारक ने सरपंच प्रतिनिधि जोराराम मीणा को सूचना दी। प्रतिनिधि मीणा वहां पर आये और अन्य ग्रामीणों की सहायता से दरवाजा खोला। स्नानघर के अंदर ग्रामसेवक निगम अंडरवियर में पड़े हुए थे, सिर पर साबुन लगा हुआ था, वे पूरी तरह से बेहोश थे। इस स्थिति को देखते हुए उन्होंने स्थानीय चिकित्सक को बुलाया। साथ ही नजदीकी पीएचसी पर ले गए। उसके बाद ब्लॉक विकास अधिकारी आहोर मंशाराम को सूचना दी।
उन्होंने एम्बुलेंस बुलाकर जोधपुर मथुरादास माथुर अस्पताल में रेफर करवाया। उपचार के साथ ही सूचना देने पर दूसरे दिन निगम के परिजन भी वहाँ पहुंच गए थे। लेकिन रिश्तेदारों के पहुंचने के करीब 5 घण्टे बाद उनका निधन हो गया।
जिस दिन ज्वाइनिंग ठीक दो साल बाद घटना
महेशकुमार मूलतः उत्तर प्रदेश के हाथरस के रहने वाले थे। जिनकी जाइनिंग दो साल पहले 21 जनवरी 2021 को बाला में हुई थी और ठीक दो साल बाद 21 जनवरी 2023 को यह हादसा हो गया। गांव में भी इस घटना से लोग चिंतित है।
स्नानघर में लाइट नहीं थी
प्रारंभिक रूप से लोगों ने सोचा कि शायद स्नानघर में करंट आ गया होगा, लेकिन मीणा ने बताया कि बाथरूम में लाइट भी नहीं थी, जिस कारण कोई गीजर भी नहीं लगाया जा सकता था। मीणा ने बताया कि निगम सुबह जल्दी नहाते थे। लिहाजा हो सकता है ठंडे पानी से नहाया होगा। क्योंकि जब लोग वहां पहुंचे तब वे बेहोश पड़े थे और उनके सिर पर साबुन लगा हुआ था। शरीर पर कोई चोट के निशान भी नहीं दिखे थे, अक्सर इस प्रकार की घटनाओं में प्राथमिक रूप से हृदयाघात माना जाता है, लेकिन 36 घण्टे बाद मौत होना रहस्य बन गया। चिकित्सकों के मुताबिक ब्लड प्रेशर हाई होने के दौरान अत्यधिक ठंडे पानी से नहाने पर नशे सिकुड़ जाती है, जिस कारण इस प्रकार की घटना की आशंका रहती है।