बॉलीवुड सुपरस्टार करीना कपूर ने रविवार को ‘बॉयकॉट बॉलीवुड’ ट्रेंड के मुद्दे पर अपना रिएक्शन दिया। उन्होंने कहा, मैं इससे बिल्कुल भी सहमत नहीं हूं। कोलकाता में एक कार्यक्रम में बोलते हुए उन्होंने कहा कि अगर ऐसा होगा तो हम मनोरंजन कैसे करेंगे। अपने जीवन में खुशी और खुशी कैसे पाएं जो मुझे लगता है कि हर कोई चाहता है। फिल्में ही नहीं होंगी तो मनोरंजन कैसे होगा। शाहरुख खान की आने वाली फिल्म ‘पठान’ के गाने के बहिष्कार की मांग के बीच उनकी यह टिप्पणी आई है। जिसमें दीपिका पादुकोण को ‘बेशर्म गीत’ में नारंगी रंग की ड्रेस में दिखाया गया है। जो, टीकाकारों के अनुसार, हिंदू धर्म में पवित्र भगवा वस्त्र जैसा दिखता है। और यह हिंदुत्व का अपमान है।
बहिष्कार का आह्वान वैसा ही है जैसा आमिर खान की फिल्म ‘लाल सिंह चट्टा’ के खिलाफ किया गया था। जिसमें करीना कपूर लीड रोल में थीं। सोशल मीडिया पर आमिर खान के साथ 2015 के एक साक्षात्कार के एक साल बाद] फिल्म का बहिष्कार करने का आह्वान किया। जिसमें उन्हें यह कहते सुना गया कि उनकी तत्कालीन पत्नी किरण राव ने भारत में ‘बढ़ती असहिष्णुता’ के कारण उन्हें देश छोड़ने का सुझाव दिया था।
करीना ने उस समय के बॉयकॉट ट्रेंड का भी विरोध किया था। उन्होंने कहा कि सच तो यह है कि इस फिल्म का बहिष्कार नहीं किया जाना चाहिए। यह बहुत ही खूबसूरत फिल्म है। और मैं चाहता हूं कि लोग मुझे और आमिर को पर्दे पर देखें।
आजकल बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार करने का चलन बढ़ रहा है। पिछले साल, ब्रह्मास्त्र] और रक्षाबंधन जैसी कई बड़ी फिल्में ऑनलाइन बहिष्कार अभियानों से प्रभावित हुईं।
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