पहलवानों के यौन शोषण के आरोप झेल रहे बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह अब खुद के हु जाल में फंस गए हैं। केंद्र सरकार ने यौन शोषण के आरोपों की जांच के लिए पूर्व बॉक्सर मैरी कॉम की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय समिति के गठन की घोषणा की है। पांच सदस्यीय समिति में ओलंपियन पहलवान योगेश्वर दत्त, द्रोणाचार्य पुरस्कार विजेता तृप्ति मुरुगंडे, कप्तान गोपालन, राधा श्रीमान शामिल हैं। मैरी कॉम की अध्यक्षता वाली एक निगरानी समिति को कुश्ती महासंघ के मामलों को संभालने की जिम्मेदारी भी सौंपी गई है।
निरीक्षण समिति बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच करेगी और रिपोर्ट सौंपेगी
खेल मंत्रालय द्वारा गठित एक निरीक्षण समिति कुश्ती महासंघ के मामलों को अपने हाथ में लेगी और पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृजभूषण सिंह के खिलाफ यौन शोषण के आरोपों की जांच के बाद सरकार को रिपोर्ट देगी।
बृजभूषण पर लगे आरोपों की जांच के लिए निरीक्षण समिति का ऐलान
खेल मंत्रालय ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच के लिए एक निरीक्षण समिति की घोषणा की। पहलवानों के आरोपों के बाद अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह को कुश्ती संघ के कामकाज की निगरानी से प्रतिबंधित कर दिया गया है।
मैरी कॉम की अध्यक्षता वाली समिति कुश्ती महासंघ का कामकाज देखेगी
केंद्र सरकार ने कहा कि निरीक्षण समिति के औपचारिक रूप से नियुक्त होने तक कुश्ती महासंघ की सभी गतिविधियों को निलंबित कर दिया गया है। हालांकि अब मैरी कॉम की अध्यक्षता वाली एक समिति कुश्ती महासंघ का कामकाज देखेगी। सरकार से पूर्व में आश्वासन मिलने के बाद खिलाड़ियों ने शुक्रवार देर रात अपना धरना समाप्त कर दिया।
क्या है पूरा मामला
विनेश फोगट, बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक, रवि दहिया, अंशु मलिक, संगीता फोगट और सोनम मलिक सहित 30 पहलवानों ने बुधवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर डब्ल्यूएफआई प्रमुख ब्रजभूषण सिंह के सामने धरना शुरू किया। विनेश फोगट ने आरोप लगाया कि ब्रजभूषण ने महिला पहलवानों का यौन शोषण किया है। पहलवानों ने ब्रजभूषण सिंह पर यौन उत्पीड़न और भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए उन्हें बर्खास्त करने की मांग की।