जेपी नड्डा के दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनने के साथ ही मोदी ने सबसे पहले बंगाल सहीत कुछ राज्यो की बडी जिम्मेदारी दी है। मोदी के खास समर्थक जेपी नड्डा फिर से राष्ट्रीय अध्यक्ष बन गए हैं। नड्डा के कार्यकाल में शानदार जीत हासिल कर बीजेपी ने पलटवार किया है। देश में लोकसभा चुनाव से पहले 9 राज्यों में चुनाव हैं। बीजेपी इस राज्य में किसी भी कीमत पर अपना दबदबा कायम रखना चाहती है। बीजेपी को उत्तर से ज्यादा दक्षिण में सीट गंवाने का डर है। जेपी नड्डा के दोबारा भाजपा अध्यक्ष बनने के साथ ही मोदी ने सबसे पहले इस राज्य की जिम्मेदारी सौंपी है।
लोकसभा में दीदी के दबदबे के बावजूद अमित शाह ने यहां 18 सीटों पर जीत हासिल की। मोदी को डर है कि उन सीटों को वापस जीतना मुश्किल है। पश्चिम बंगाल में बीजेपी बडी जीत का लक्ष्य हांसल करने की रणनिती बनाएगी।
मोदी के आदेश के साथ नड्डा पश्चिम बंगाल पहुंच गए हैं। नड्डा ने बंगाल में एक जनसभा को संबोधित किया। साथ ही संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर इस बात पर भी चर्चा की कि ऐसा क्या किया जाए कि लोकसभा चुनाव में भाजपा अधिक से अधिक सीटें जीत सके।
बंगाल विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद बीजेपी बौखला गई है। अब लोकसभा चुनाव जैसा जुमला नहीं है। एक के बाद एक बीजेपी से जुड़े नेता बीजेपी छोड़कर तृणमूल कांग्रेस में शामिल हो रहे हैं। यहां से बीजेपी ने मुंह मोड़ लिया है। दीदी ने यहां बीजेपी को मात दी है। बीजेपी को अब बंगाल में हार का डर सता रहा है। इसलिए नड्डा को पहले बंगाल में बीजेपी का दबदबा बढ़ाने की जिम्मेदारी दी गई है। बीजेपी के लिए 2019 के लोकसभा चुनाव में जीती 18 सीटों को बरकरार रखना भी मुश्किल हो रहा है, इसलिए मोदी को नड्डा को भेजना पड़ रहा है।