उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का कहना है की जोशीमठ भूँ धंसाव से प्रभावी परिवारों के रायशुमारी के बिना नया जोशीमठ नहीं बनाया जाएगा। इसके आलावा जिन भी परिवारों को जोशीमठ से विस्थापित किया जाएगा राज्य सरकार उनकी बेहतर व्यवस्थाएं करेगी। मुख्यमत्री धामी ने ये बाते राज्य सचिवालय में जोशीमठ भू-धंसाव के हालात की समीक्षा करते वक़्त कहा। उन्होंने बताया की उत्तराखंड सरकार एक मॉडल हिल टाउन बनाने के विषय पर गंभीरता से विचार कर रही है। मुख्यमंत्री ने चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना को निर्देश देते हुए कहा की वह प्रभावित परिवारों के सुझाव लेकर एक नए जोशीमठ, वन टाइम सेटलमेंट या किसी अन्य विकल्प के संबंध में अपनी रिपोर्ट जल से जल्द शासन के पास भेजे।
उन्होंने कहा कि जोशीमठ में भू-धसांव के कारणों को लेकर सभी तकनीकी संस्थानों और वैज्ञानिकों की रिपोर्ट आते ही आगे की योजना पर तेजी के साथ कार्य किया जाएगा । भू-धंसाव क्षेत्र के अध्ययन की फाइनल रिपोर्ट के बाद ट्रीटमेंट के कार्य तेजी से सुनिश्चित किए जाएंगे।राज्य सचिवालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने जोशीमठ भू-धंसाव के बारे में सोशल मीडिया पर प्रसारित की जा रही खबरों पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा, सबसे बड़ी बात यह है कि देश भर के लोग ट्वीटर और सोशल मीडिया के माध्यम से उत्तराखंड की स्थिति को बहुत भयावह दर्शा रहे हैं।मैं कहना चाहता हूं कि ऐसी स्थिति नहीं है। गलत खबरों से उत्तराखंड में ही नहीं पूरे देश में नकारात्मक संदेश जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में हर साल लाखों की संख्या में लोग आते हैं। ऐसे गलत संदेश नहीं जाने चाहिए कि उनमें गलत संदेश न जाए। उन्होंने अपील की कि देश के विभिन्न स्थानों पर बैठकर इस प्रकार के संदेश देना बंद करें।