एंटी बायोटिक्स के इस्तेमाल से हम सब वाकिफ हैं। लोग बिना सोचे समजे छोटी छोटी तकलीफों में भी एंटी बायोटिक ले लेते हैं जो की बहुत ही नुकसान कारक है। कुछ डॉक्टर्स भी सिर्फ अपनी कमाई के लिए अंधाधुंध एंटी बायोटिक्स दे देते हैं। आज के आर्टिकल में हम जानेंगे के एंटी बायोटिक्स कब लेनी चाहिए जिससे हमें साइड इफ़ेक्ट न हो।
एंटी बायोटिक्स का इस्तेमाल संक्रमण के कारण और इसके लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया पर निर्भर करता है। किसी व्यक्ति का संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उसे तुरंत एंटी बायोटिक्स दी जाती है। ब्रेन या यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के मामलों में ऐसा ही होता है जहां एंटी बायोटिक्स देने में बिलकुल भी देर नहीं करनी चाहिए। मामूली फ्लू या बुखार में भी एंटी बायोटिक्स की जरुरत नहीं होती हा मगर तीसरे दिन तक बुखार न मिटे तो एंटी बायोटिक्स देनी चाहिए। एंटी बायोटिक्स का डोज बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लेना चाहिए।