- भागवत कथा महोत्सव
जालोर। शहर के जलंधरनाथ धर्मशाला में शनिवार को ओमकार सेवा संस्थान चेरीटेबल ट्रस्ट के तत्वावधान में आयोजित सनातन धर्म यात्रा के तहत चल रहे भागवत कथा महोत्सव के तहत युवाओं को भागवत गीता का वितरण किया गया।
कथा वाचक संतोष सागर महाराज ने शनिवार को गीता वितरण समारोह के अंतर्गत जालोर के गुरुकुल स्कूल पहुंचे। छात्र छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा की अगर जीवन को दिव्य बनाना है तो आत्मबल बढाइये, आत्मबल के बिना हर बात बेकार है। आत्मबल अध्यात्म से मिलता है। महाराज ने कहा संशय आत्मा का नाश कर देता है, इसलिए अपने संदेह को दूर कर आत्म विश्वास से हर कार्य करें ।उन्होंने गीता को दुनिया की सबसे बड़ी मनोचिकित्सक किताब बताते हुए सभी को निशुल्क गीता प्रदान की।
यात्रा संयोजक शिव कुमार तिवाड़ी ने कहा अध्यात्म से दूर होने के कारण आज का युवा जीवन में विपरीत परिस्थिति आने पर आत्म हत्या कर रहा है।
प्रिंसिपल राजकुमार व रामावतार तापड़िया ने कथा वाचक का अभिनंदन किया। जलंधरनाथ धर्मशाला में श्रीमद भागवत कथा छठे दिवस गिरिराज भगवान की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान कृष्ण हमें प्रकृति की पूजा का संदेश दिया। हमें नदियों पहाड़ों, और पेड़ पौधों की रक्षा का संदेश दिया। भगवान ने मात्र 7 वर्ष की उम्र में इंद्र के कोप से बृज वासियों की रक्षा की। भगवान ने कहा ये धन्य इंद्र के कारण नहीं सब के कर्म और मेहनत से प्राप्त हो रहा है। कथा में 56भोग की झांकी सजाई गई।
संतोष सागर ने आज रास की कथा पर बोलते हुए कहा गोपी प्रेम ध्वजा है। भगवान ने गोपियों की भक्ति से प्रसन्न हो कर उन्हे महारास प्रदान किया ।
आज प्रातः विश्व कल्याण हेतु जालंधर धर्मशाला में वेला राम माली ने विश्व कल्याण हेतु यज्ञ किया गया। इस अवसर पर आयोजन समिति के सदस्य संतोष कुमार दवे अंबालाल व्यास, संदीप जोशी, मदन लाल माली, रामावतार तापड़िया, दीपक महेश्वरी, शंकर लाल माली, प्रेम सिंह राठौड़ मंगलाराम, मुकेश साखला एवं जितेंद्र माली उपस्थित थे।