- रंगारंग प्रस्तुति देकर बच्चों ने लोगों का मन मोहा
देवेन्द्रराज सुथार / बागरा. बुधवार को राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय आतमणावास का वार्षिकोत्सव “उड़ान -2025” बड़े ही हर्षोल्लासपूर्वक मनाया गया। जिसमें विद्यालय के बालकों और बालिकाओं ने एक से बढ़कर एक आकर्षक प्रस्तुतियाँ दीं।
समारोह में मुख्य अतिथि सीबीईओ कस्तुराराम बामणिया, पीईईओ हरिनारायण देव, उपप्रधान प्रतिनिधि हनवंतसिंह देवड़ा, विधायक प्रतिनिधि बगसिंह राजपुरोहित, जवानमल सुथार, भामाशाह एकतारखां, गंगासिंह राठौड़, शंकरसिंह बगैडिया, निलेश प्रजापत, विशिष्ट अतिथि पूर्व पीईईओ भंवरसिंह चारण, प्रधानाध्यापिका राजेन्द्र कंवर उदावत, राजेन्द्रसिंह शेखावत, भुराराम रांगी, वीसराम, बाबुलाल भानाराम देवासी, भीकाराम प्रजापत ने विद्या की देवी मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात अतिथियों एवं भामाशाहों को विद्यालय स्टाफ की ओर से साफा, माल्यार्पण और स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
वार्षिकोत्सव “उड़ान -2025” में विद्यालय के बालकों और बालिकाओं ने रंगारंग और सांस्कृतिक कार्यक्रमों से वहां मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया और कार्यक्रम को यादगार बना दिया। विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं ने एकल और सामूहिक नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों का मन लुभाया। कई छात्र-छात्राओं ने मोबाइल फोन और इंटरनेट के अत्यधिक उपयोग से छात्रों के जीवन पर पड़ने वाले प्रभावों और इसके हानिकारक परिणामों के बारे में नाटक प्रस्तुत कर लोगों को जागरूक किया।

कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने विद्यालय में शैक्षिक और सहशैक्षिक गतिविधियों में सराहनीय कार्य करने वाले छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि और कार्यक्रम के अध्यक्ष ने कक्षाओं में प्रथम और द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का पारितोषिक वितरण कर सम्मानित किया। मुख्य अतिथि कस्तुराराम बामणिया ने अपने उद्बोधन में बताया कि राज्य सरकार बालकों और बालिकाओं को सरकारी विद्यालयों में शिक्षा प्राप्त करने के लिए बढ़ावा दे रही है और बालिका शिक्षा को प्रोत्साहित करने के लिए केंद्रीय और राज्य सरकार द्वारा चलायी जा रही योजनाओं की जानकारी दी।
पूर्व पीईईओ भंवरसिंह चारण ने बताया कि बच्चों को अच्छा नागरिक बनाने में माता-पिता के बाद विद्यालय के शिक्षकों का अहम योगदान होता है। इन गुणों में यह सरकारी विद्यालय अव्वल है। यहां शिक्षकों द्वारा अच्छी शिक्षा के साथ-साथ बच्चों को संस्कारवान बनाने के लिए गुणवत्ता पूर्वक शिक्षा दी जाती है। विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं के होनहार और प्रतिभाशाली बनने में विद्यालय की प्रधानाध्यापिका राजेन्द्र कंवर उदावत और स्टाफ साथियों की मेहनत और अभिभावकों का सहयोग का नतीजा है। जिस तरह विद्यालय के छात्रों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, उससे यह लगता है कि शिक्षक और छात्र दोनों ही कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि शिक्षा के साथ-साथ बच्चों के कौशल विकास के लिए इस तरह की सांस्कृतिक गतिविधियाँ समय-समय पर होती रहनी चाहिए। उन्होंने बच्चों को मोबाइल फोन के अत्यधिक इस्तेमाल से होने वाले नकरात्मक प्रभावों के बारे में चेतावनी दी और इसके कम उपयोग पर जोर दिया।
प्रधानाध्यापिका राजेन्द्र कंवर उदावत ने विद्यालय के विकास में जिन-जिन भामाशाहों ने सहयोग किया और कार्यक्रम में उपस्थित सभी का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद दिया। अध्यापक जगदीशसिंह सिंधल ने बेहतरीन अंदाज में कार्यक्रम का संचालन किया। इस दौरान अतिथियों, भामाशाहों, विद्यालय स्टाफ, जगदीशसिंह सिंधल, जैरुपाराम देवासी, चित्रलेखा दहिया, भावना, प्रिया, अभिभावक और ग्रामीण उपस्थित थे।