जालोर. स्थानीय वीर वीरमदेव राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय, जालोर को राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन (नैक) से बी ग्रेड दिया गया। इस सूचना से कॉलेज प्रशासन एवं विद्यार्थियों में खुशी की लहर दौड़ गयी।
इस कॉलेज की स्थापना 1966 में हुई थी। कॉलेज परिसर के बाहरी हिस्से का पहली बार रंग रोगन हुआ है, इससे खूबसूरती भी बढ़ी है। नैक पीयर टीम की ओर से गत वर्ष 20 व 21 दिसम्बर 2024 को निरीक्षण किया। कॉलेज ने निरीक्षण के लिए आनलाइन आवेदन सेल्फ स्टडी रिपोर्ट (एसएसआर) सबमिट किया गया था। एसएसआर में कॉलेज की ओर से सत्र 2018-19 से 2022-23 गत पांच वर्षों के शैक्षणिक और सहशैक्षणिक गतिविधियों, भौतिक संशाधनों एवं मानव संशाधनों का विस्तृत ब्यौरा प्रस्तुत किया गया। नैक ने जाँच के बाद 2 जनवरी 2025 को बी ग्रेड दिया गया। यह आगामी पांच वर्षों तक मान्य रहेगा।
प्राचार्य अर्जुनसिंह उज्ज्वल ने बताया कि नैक का कार्य देशभर के विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षण संस्थानों निजी शिक्षण संस्थानों में गुणवत्ता परखना और उनको रेटिंग देना है। रेटिंग मिलने से कॉलेज को यूजीसी से बजट मिलेगा, जिससे कॉलेज का शैक्षणिक व भौतिक विकास भी होगा। इससे पूर्व 4/5 अक्टूबर 2004 को महाविद्यालय का नैक द्वारा मूल्यांकन किया गया था। हाल ही में 20 वर्ष पश्चात पुनः मूल्यांकन करवाया गया।
महाविद्यालय के प्राचार्य ने इस उपलब्धि का श्रेय समस्त शिक्षकों, कर्मचारियों, विद्यार्थियों और अभिभावकों के सामूहिक प्रयास को दिया। उन्होंने बताया कि नैक की टीम ने महाविद्यालय का दौरा कर विभिन्न बिंदुओं पर मूल्यांकन किया और इसे सकारात्मक रूप से सराहा।
उन्होंने बताया कि यह ग्रेड महाविद्यालय को और अधिक गुणवत्ता, पूर्ण शिक्षा और सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रेरित करेगा। प्राचार्य ने महाविद्यालय परिवार को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी और भविष्य में इसे और उन्नत बनाने का संकल्प व्यक्त किया।
महाविद्यालय परिवार और जालोर क्षेत्रवासियों ने भी इस अवसर पर खुशी व्यक्त की और इसे क्षेत्र की शैक्षणिक प्रगति में मील का पत्थर बताया।
कॉलेज के आईक्यूएसी ऑडिनेटर आर एल नोगिया ने बताया कि ग्रेड मिलने से महाविद्यालय में अध्ययनरत लगभग 3000 विद्यार्थी लाभान्वित होगें।