जालोर. जालोर जिले के किसानों ने करणसिंह जैतावत के नेतृत्व में जालोर किसान संघर्ष समिति का गठन किया है। साथ ही जवाई बांध में जालोर का एक तिहाई हिस्सा तय करने की मांग को लेकर गुरुवार को प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन एडीएम राजेश मेवाड़ा को सौंपा है।
ज्ञापन में बताया कि जवाई बांध में जालोर की हिस्सेदारी तय हो ताकि किसानों के लिए खेती आसान हो सके। इससे पहले सुबह जिले के अलग-अलग हिस्सों से कलेक्ट्रेट के बाहर गार्डन में किसान एकत्रित हुए। करीब 1:30 बजे ज्ञापन देने के लिए कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर पहुंचे किसानों ने जिला कलेक्टर के बाहर आकर ज्ञापन प्राप्त करने की मांग रखी।
कलेक्टर डॉ प्रदीप के. गावंडे बाहर नहीं आए, उनके स्थान पर तहसीलदार बाबूसिंह राजपुरोहित बाहर आये, लेकिन किसानों ने तहसीलदार को ज्ञापन देने से इनकार कर दिया। उसके बाद किसान वापस जाकर गार्डन में बैठ गए। करीब 3:30 बजे वापस किसानों ने मांग रखी की कलेक्ट्रेट के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को ज्ञापन के लिए मुख्य द्वार पर भेजा जाए, लेकिन तहसीलदार ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि मुख्यालय पर तहसीलदार, एसडीएम, एडीएम की मौजूदगी होने के बावजूद सहायक कर्मचारी को ज्ञापन देना व्यवस्था के खिलाफ है, ऐसे में वे इन तीन अधिकारियों में से किसी को भी ज्ञापन दे सकते हैं।
काफी देर तक खींचतान के बाद किसानों ने कहा कि मुख्य द्वार पर आकर एडीएम ज्ञापन प्राप्त करें, जिस पर अतिरिक्त जिला कलेक्टर राजेश मेवाड़ा ने कलेक्ट्रेट के मुख्य द्वार पर आकर किसानों से ज्ञापन प्राप्त किया। किसानों ने ज्ञापन के जरिए उन्हें कहा कि आगामी 1 महीने में जवाई बांध में जालोर का हक तय कर दिया जाए, अन्यथा जालोर किसान संघर्ष समिति जालौर मुख्यालय पर बड़ा महापड़ाव करेगी।