- कई महिलाओं ने किया संबोधित, ज्ञापन भी महिलाओं ने ही सौंपा
जालोर. जिला मुख्यालय पर चल रहे किसान महापड़ाव को गुरुवार को महिलाओं का बड़ी संख्या में समर्थन मिला और एक दिन केवल महिलाओं ने ही धरने की कमान संभाली। इस दौरान उपस्थित धरनार्थियों को महिलाओं ने संबोधित किया, कलेक्टर को ज्ञापन देने भी महिलाएं ही पहुँची और जवाई के पानी को लेकर भी सभी बाते महिलाओं ने ही कलेक्टर के सामने रखी।
इससे पूर्व धरने पर सुबह ही बड़ी संख्या में महिलाएं जुटी। इस दौरान एक एक कर महिलाओं ने संबोधित किया। इस दौरान एक बुजुर्ग महिला ने तो संबोधित करते हुए नेताओ को चुनोती देते हुए कहा कि घर में छुप कर क्यो बैठे हो पानी देना है या नहीं? और नहीं देना है तो बताओ फिर वोट लेने आ जाना। हम बुजुर्ग यहाँ बैठे हैं और आप लोगों को किसी प्रकार की कोई चिंता नहीं है। एक और महिला ने संबोधित करते हुए कहा कि हम बूढ़े हुए हैं हमने देखा है कि यहाँ चार चार महीने तक नदी चलती थी और आज कुओं में भी पानी नहीं रहा और नदी को देखने तरस रहे हैं। बुजुर्ग महिला ने कहा कि जालोर में पानी की बहुत तकलीफ है एक समय था जब जालोर की वाड़ीयो में पानी की वजह से कई फसले होती थी और सब्जियां भी तो इसके लिए प्रसिद्ध थी और वहीं वाड़ी सूखी पड़ी है। इस दौरान कई महिलाएं अपने साथ मटकी लेकर पहुँची और ज्ञापन के बाद कलेक्टर परिसर के बाहर मटकी फोड़कर गई।
ज्ञापन देने पहुँची महिलाओं ने कलेक्टर को स्थानीय समस्याओं से भी अवगत कराया
ज्ञापन देने पहुँची महिलाओं ने जवाई बांध के पानी पर हक के लिए उनकी आवाज को आगे तक पहुंचाने की बात कही। साथ ही शहर में पानी की समस्या को लेकर भी कहा कि शहर में कई दिनों से पानी नहीं आ रहा इस ओर भी ध्यान दिया जाए। वही महिलाओं के जालोर विधायक के खिलाफ नारेबाजी भी की।
इधर जब महिलाएं ज्ञापन देने पहुँचने ही वाली थी कि जिला कलेक्टर प्रदीप गावंडे लंच के लिए निकल गए लेकिन जब सूचित किया कि बड़ी संख्या ज्ञापन देने महिलाएं आई है तो कलेक्टर वापस चेंबर में आए और ज्ञापन लिया। इस दौरान भाजपा महिला मोर्चा की पूर्व जिलाध्यक्ष मंजू मत्तड, ममता माली, रेखा माली सहित बड़ी संख्या महिलाएं मौजूद रही।