-हरीराम डारा सचिव, शैलेन्द्र सिंह सांखला कोषाध्यक्ष नियुक्त
जालोर. आगामी चार वर्षों के लिए कार्यकारिणी में कांग्रेस नेता उमसिंह राठौड़ लगातार दूसरी बार जालोर जिला फुटबॉल संघ के अध्यक्ष निर्वाचित हुए है। चुनाव अधिकारी प्रभुदान राव व सहायक चुनाव अधिकारी रामनिवास चौधरी के अनुसार 21 पदों पर हुए चुनावों में सभी पदों के लिए एक एक नामांकन 23 नवंबर तक प्राप्त हुए। जिनकी जाँच कर अंतिम सूची 30 नवंबर को जारी कर दी गई थी, इसके बाद निर्विरोध कार्यकारिणी का गठन रविवार को होटल कौशल इंटरनेशनल सांचोर में हुआ चुनाव प्रक्रिया एवं कार्यकारिणी की घोषणा की गई। राजस्थान फुटबॉल संघ के आब्जर्वर डॉ दिनेश सिंह चौहान, स्पोर्ट्स कौंसिल के पर्यवेक्षक के प्रतिनिधि महावीर, जालोर डिस्ट्रिक्ट ओलिंपिक एसोसिएशन के आब्जर्वर हरिराम सारण, सचिव जालोर जिला कुश्ती संघ की मौजूदगी में कार्यकारिणी घोषित की गई। जालोर जिला फुटबॉल संघ की वार्षिक साधारण सभा एवं चुनाव के समापन समारोह के अतिथि डॉ भूपेंद्र विश्नोई, तेजाराम मांजू सेवानिवृत एक्स ई एन, आम सिंह परिहार, जगदीश सारण, नरेश मोदी ने विजेता उम्मीदवारों को शुभकामनाएं दी।
निर्विरोध कार्यकारिणी में ये बने पदाधिकारी
मुख्य संरक्षण लालसिंह सांखला, संरक्षक मंगल सिंह राठौड़, अध्यक्ष उम सिंह राठौड़, वरिष्ठ उपाध्यक्ष जगदीश सारण, उपाध्यक्ष मून सिंह राठौड़, हिम्मत सिंह सोलंकी, जसवंत सिंह उदावत, प्रवीण सोलंकी, प्रवीण सारण, गजे सिंह, सचिव हरिराम डारा, सयुंक्त सचिव नरपत देवासी सांचोर,गुमान सिंह परमार, नरेश मोदी, प्रकाश सियाग, भागीरथ गर्ग, कोषाध्यक्ष शैलेन्द्र सिंह सांखला, आयोजन सचिव जीतेन्द्र सिंह सांखला बने। कार्यकारिणी सदस्य जयसिंह इंदा, प्रकाश भटनागर, नाथू सोलंकी, शैलेश लोधी, देवानन्द जोधवानी, स्पोर्ट्स पर्सन ऑफ़ आउटस्टैंडिंग मेरिट में भावना कुमारी, सादिक खान, एथलीट्स कमीशन में भगवती विश्नोई, मनोहर लाल सुथार निर्वाचित घोषित किए गए।
नव निर्वाचित अध्यक्ष उमसिंह राठौड़ ने अपने उद्बोधन में बोलते हुए कहा कि हमारा पहला लक्ष्य जालोर जिला फुटबॉल एसोसिएशन का स्वयं का खेल मैदान और फुटबॉल एकेडमी स्थापित करना हैं, जिनसे की जिले एवं प्रदेश की फुटबॉल की प्रतिभाओं को उचित प्लेटफॉर्म मिल सके। आगामी योजना के अनुसार पिछली बार की तरह ही इस बात भी अधिक से अधिक प्रतियोगिताएं करने का लक्ष्य हैं, ताकि खिलाड़ियों को एक्सपोज़र मिल सके। इस दौरान रुड़ाराम ढाका, प्रकाश सियाक, शैतानाराम गोदारा, अमृत मांजू, पुखराज सारण, प्रवीण जाणी, नेहान विश्नोई, डॉ कैलाश विश्नोई, विकास मांजू, मनोज विश्नोई, नरेश खीचड़, जोगाराम देवासी, भजनलाल जाणी, घेवरचंद, पाबूराम, भगीरथ सारण, जगदीश गोदारा, जगदीश साहू, शंकर डारा आदि मौजूद रहे।