- संवेदनशीलता व जवाबदेहिता के साथ किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करें विभागीय अधिकारी-जिला कलक्टर
जालोर. जवाई नदी पुनर्जीवित की मांग को लेकर जिला मुख्यालय पर चल रहे किसान आंदोलन को लेकर जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने गुरूवार को किसान प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर किसानों की विभिन्न मांगों को लेकर विस्तार से चर्चा की।
बैठक में जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने किसानों द्वारा समस्याओं के समाधान के लिए प्रस्तुत किए गए मांग पत्र के संबंध में कृषि, विद्युत, सहकारिता, परिवहन, पुलिस एवं जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को विभागीय स्तर पर किसानों की समस्याओं के समाधान के लिए पूर्ण संवेदनशीलता एवं जवाबदेहिता के साथ कार्य किये जाने के निर्देश देते हुए कहा कि ग्राम एवं ब्लॉक स्तर पर विशेष ध्यान रखते हुए किसानों की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाना सुनिश्चित करें।
बैठक में पीएम किसान सम्मान निधि, राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज रास्ते की समस्याओं, 72 घण्टे में जले हुए ट्रांसफॉर्मर बदलवाने, खराब विद्युत मीटर को नियत समय में बदलने, मीटर रीडिंग सही लेने, कृषि के लिए विद्युत सप्लाई दिन में करवाने, कृषि यंत्रों पर बकाया अनुदान जारी करवाने, सहकारिता विभाग द्वारा बंद किए गए बी.एम.सी. सेन्टर को पुनः शुरू करवाने, सहकार दुर्घटना बीमा एवं सहकार ऋण बीमा का भुगतान सही समय पर करवाने, ग्रामों में पेयजल व पशुधन के लिए पर्याप्त एवं सुचारू पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने, सहित विभिन्न मांगों पर जिला कलक्टर डॉ. प्रदीप के. गावंडे ने ध्यानपूर्वक सुनते हुए चर्चा की साथ ही विभागीय अधिकारियों को ब्लॉक एवं ग्राम स्तर पर अधिकारियों-कार्मिकों को पाबंद करने के निर्देश दिए।
इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव, अतिरिक्त जिला कलक्टर जालोर राजेश मेवाड़ा, अतिरिक्त जिला कलक्टर भीनमाल दौलतराम चौधरी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मोटाराम गोदारा, जालोर उपखण्ड अधिकारी मनोज चौधरी, डिस्कॉम एसई पी.एस.राठौड़, पीएचईडी के अधिशासी अभियंता जितेन्द्र त्रिवेदी, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक जितेन्द्र सिंह शक्तावत, सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार सुनील वीरभान, नरपतसिंह, रतनसिंह कानीवाड़ा, सहित किसान प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
इधर विधायक राजपुरोहित ने जवाई के पानी को लेकर मुख्यमंत्री शर्मा को पत्र लिखा
आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर अवगत करवाया कि राजस्थान बजट 2024 के घोषणा में जवाई बांध के पानी पर 2280 करोड़ रूपयें की जोधपुर की ओर नहर को पुनः ठीक करने की योजना बनी थी, जो यह योजना अधिकारियों द्वारा गुमराह करके यह योजना बनाई गयी थी जिसको लेकर मैनें व सुमेरपुर, जालोर, सिवाना के विधायकों ने आपको पत्र व प्रत्यक्ष रूप से मिलकर इस योजना पर पुनः विचार करके निरस्त कराने को लेकर निवेदन किया था कि यह योजना जालोर, पाली, बाडमेर जिले के लिए अभिशाप साबित होगी, फिर भी विभाग के अधिकारी आज भी सरकार को गुमराह करके यह योजना यथावत रखने का कार्य कर रहे है जो जवाई नदी क्षेत्र के लोगों के हित में नही हैं क्योंकि जवाई बांध बनने के बाद अभी तक जवाई नदी में आठ बार ही पानी आया हैं वो भी बाढ जैसी आपदा आने की स्थिति में आया है बाकी के सालों में जवाई नदी सुखी ही रहनें से नदी के प्रवाह क्षेत्र में कुँओं व नलकुपों में पानी की कमी के साथ दिनो-दिन भुजल स्तर गिरता गया, अब यह क्षेत्र पूरा बंजर की स्थिति में आ गया हैं, अब इस विषय को लेकर भारतीय किसान संघ व क्षेत्र के किसानों का जालोर जिला मुख्यालय पर महापड़ाव शुरू हैं इस विषय को लेकर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को कहा कि जवाई बांध के पानी पर 2280 करोड़ रूपयें की योजना को निरस्त करावें एवं जवाई जलनीति को बदलकर जालोर के लिए जवाई नदी में पानी छोड़ने का हक-निर्धारित करावें, जिससे जवाई नदी क्षेत्र के जालोर, पाली, बाडमेर जिले के किसानों का राहत मिल सके।