जालोर. जालोर नागरिक सहकारी बैंक लिमिटेड जालोर के परिसर में सोमवार दिनाँक 18.नवम्बर को 2024 को 71 वा अखिल भारतीय सहकार सप्ताह मनाया गया, जिसके तहत सहकारी संगठनों के बीच सहयोग को मजबूत करना के विषय पर विचार गोष्ठी आयोजित हुई। इस अवसर पर जालोर नागरिक सहकारी बैंक लि., जालोर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमानन्द भट्ट ने गोष्ठी के प्रारम्भ में भारतवर्ष में सहकारिता की स्थापना पर प्रकाश डाला व अवगत कराया कि वर्ष 1905 में भारतवर्ष में सहकारिता की नीव पडी। जालोर सहकारी भूमि विकास बैंक लि. के सचिव श्री नारयण सिंह चारण ने अपने संबोधन में बताया कि राजस्थान राज्य में सहकारी समिति का प्रारम्भ गांव विनायका जिला अजमेर में हुआ था। सहकारी विभाग के श्रवण कुमार प्रजापत ने सहकारिता का लाभ ग्रामीण क्षेत्र के अन्तिम छोर के व्यक्ति को भी मिले ऐसा सभी को प्रयास करना चाहिए व जालोर नागरिक सहकारी बैंक लि. के ग्रामीण क्षेत्र की शाखाओं में दी जा रही लॉकर्स की सुविधा की भूरी-भूरी प्रशंसा की। पुरूषोतम पोमल पूर्व लेखाधिकारी ने काव्य / कविता के माध्यम से रोचक भाव से सहकारिता के विभिन्न संगठनों की भूमिका का उल्लेख किया।
विचार गोष्ठी में उपस्थित धनराज दवे पेंश्नर समाज के अध्यक्ष ने बताया कि भारत देश के हर महिला/पुरूष में आदिकाल से सहकारिता की भावना कूट-कूट कर भरी हुई हैं। अंत में अपने अध्यक्षीय भाषण में ललित कुमार दवे उपाध्यक्ष जालोर नागरिक सहकारी बैंक लि., जालोर ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए सहकारिता की समितियों में लोकतंत्र की पुरजोर मांग करते हुए कहा कि समितियों में प्रजातंत्र जितना मजबूत व पारदर्शी होगा उतना ही उक्त संगठनों में उतरोत्तर विकास होगा। इसका प्रत्यक्ष उदाहरण गुजरात की अमूल दुग्ध डेयरी व जालोर नागरिक सहकारी बैंक लि., का भी उल्लेख किया। गणेशराम मीणा, कान्तिलाल भण्डारी संचालक ने भी संक्षिप्त संबोधन दिया। इस अवसर पर कनिष चौधरी, मोहनलाल परमार व मदनलाल माली इत्यादि उपस्थित थे। अंत में जालोर नागरिक सहकारी बैंक लि., जालोर के मुख्य कार्यकारी अधिकारी परमानन्द भट्ट ने सभी का सादर आभार व्यक्त किया।