- भगवा ध्वज केवल संघ का नहीं, बल्कि विजय का प्रतीक : सोनी
- आरएसएस ने मनाया स्थापना दिवस: 99 वर्ष पूर्ण, शताब्दी वर्ष में प्रवेश
देवेन्द्रराज सुथार / बागरा. निकटवर्ती डुडसी गांव में विजयदशमी के उपलक्ष्य में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा पथ संचलन का आयोजन किया गया, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के 99 वर्ष पूर्ण होने और शताब्दी वर्ष में प्रवेश का उत्सव मनाया गया।
राजपुरोहित सांथुआ पोल से शुरू होकर यह संचलन गांव की मुख्य सड़कों से होते हुए निकला, जिसमें स्वयंसेवक दो कतारों में दंड लेकर कदमताल करते हुए चल रहे थे। घोष की मधुर धुन के साथ स्वयंसेवकों के जयघोष ने स्थानीय लोगों को आकर्षित किया। मार्ग के विभिन्न स्थानों पर लोगों ने पुष्पवर्षा कर स्वयंसेवकों का स्वागत और उत्साहवर्धन किया।
शस्त्र पूजन का आयोजन
इस अवसर पर जालोर के सहविभाग कार्यवाह जगदीश सोनी ने स्वयंसेवकों को मार्गदर्शन देते हुए कहा कि संघ का उद्देश्य हिंदू समाज को एकता के सूत्र में बांधकर उनमें उत्साह और निडरता का संचार करना है। उन्होंने समाज से जातिवाद को समाप्त कर मानवता की ओर जागरूक होने का संदेश दिया। उन्होंने श्रीराम का उदाहरण देते हुए कहा कि शबरी के झूठे बेर खाकर भगवान राम ने यह संदेश दिया कि हमें ऊंच-नीच और जाति के भेदभाव से ऊपर उठकर समाज और देश के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि भगवा ध्वज केवल संघ का ही नहीं, बल्कि विजय का प्रतीक है, जो सृष्टि के कण-कण में समाहित है। इस अवसर पर बड़ी संख्या में स्वयंसेवकों ने भाग लिया।