दिलीप डूडी, जालोर.
पत्नी से मिलने के लिए बाड़मेर जा रहे जालोर कलक्टर को असहनीय दर्द के कारण सायला में एक घण्टा भर्ती रहना पड़ा। उसके बाद वे बाड़मेर के लिए रवाना हुए। जानकारी के मुताबिक जालोर कलक्टर डॉ प्रदीप के. गावंडे शनिवार शाम को पत्नी टीना डाबी से मिलने के लिए जालोर से बाड़मेर के लिए रवाना हुए थे। इस दौरान बीच रास्ते में ही उन्हें असहनीय दर्द होने लगा। जिस कारण चेकअप के लिए कलक्टर रास्ते में सायला के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) पहुंचे। वहां करीब एक घण्टे तक उन्हें भर्ती रहना पड़ा। केंद्र प्रभारी डॉ रघुनंदन विश्नोई ने बताया कि कलक्टर डॉ गावंडे को पेट मे बेहद असहनीय दर्द होने लगा था, उनका ब्लड प्रेशर (बीपी) बढ़ गया था। दर्द इतना था कि सहन करना मुश्किल हो रहा था। जिस कारण यहां उपचार कर करीब एक घण्टा भर्ती रखना पड़ा। सीएचसी में सोनोग्राफी मशीन की व्यवस्था नहीं होने के कारण कलक्टर को निजी अस्पताल लाइफ केयर में ले जाया गया, जहां उनकी सोनोग्राफी की गई। सोनोग्राफी में सामने आया कि उनके पेट में स्टोन(पथरी) है। एक पथरी ऊपरी हिस्से में थी, जबकि एक स्टोन निचले हिस्से तक पहुंच गई थी, लेकिन उच्च स्तर की मशीन की व्यवस्था के अभाव में निचले स्तर की पथरी को स्कैन करने में मुश्किल हुई।ऐसे में उपचार से राहत मिलने के कारण कलक्टर बाड़मेर के लिए निकल लिए। चिकित्सकों ने बाड़मेर में रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की सलाह दी है।
बाड़मेर में कलक्टर है पत्नी टीना डाबी
आईएएस डॉ प्रदीप के गावंडे को पिछले महीने ही जालोर कलक्टर लगाया है, इसके साथ ही इनकी पत्नी आईएएस टीना डाबी को भी बाड़मेर जिले के कलक्टर की कमान सौंपी हुई है। इस कारण रविवार के अवकाश को देखते हुए पत्नी से मिलने के लिए शनिवार शाम को जालोर कलक्टर गावंडे बाड़मेर के लिए निकले थे।
इनका कहना है…
कलक्टर साहब को बेहद असहनीय दर्द हो रहा था, सोनोग्राफी में स्टोन सामने आया है, एक घण्टा भर्ती रहने के बाद आराम मिला, उसके बाद वे रवाना हो गए थे। उन्हें रेडियोलॉजिस्ट से जांच करवाने की सलाह दी है।
-डॉ रघुनंदन विश्नोई, बीसीएमओ, सायला