जालोर. राजस्थान के सांचौर जिले में स्थित गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा में अब गाय के गोबर से बायोगैस बनाई जाएगी। पथमेड़ा की गोशाला में सीबीजी प्लांट लगाया गया है जिसका लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
बुधवार 2 अक्टूबर को पीएम मोदी ने पथमेड़ा स्थित देश के छह अलग अलग राज्यों में लगे सीबीजी प्लांट का वर्चुअली लोकार्पण किया। पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि गाय का गोबर हमारे गांवों में बदलाव ला रहा है। भारत के सैकड़ों गांवों में आज गोबर से बायोगैस बनाई जा रही है। उन्होंने कहा कि पहले गाय के गोबर का प्रबंधन सही तरीके से नहीं हो पाता था, अब बायोगैस के प्लांट ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किए जा रहे हैं। यह कार्य आने वाले दिनों में भारत की तस्वीर बदल देगा।
गोधाम पथमेड़ा देश के गौरव का प्रतीक है : जिला कलेक्टर
पीएम नरेंद्र मोदी जब दिल्ली से वर्चुअली लोकार्पण कार्यक्रम से जुड़े उस दौरान केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल और मनोहरलाल खट्टर भी मौजूद रहे। पथमेड़ा गोशाला में स्थापित संयंत्र के पास बनाए गए। लोकार्पण कार्यक्रम गोधाम पथमेड़ा के थानापति रविंद्रानंद सरस्वती महाराज,महंत नंदरामदास महाराज के सानिध्य में आयोजित हुआ। इस अवसर पर जिला कलेक्टर शक्तिसिंह राठौड़ ने कहा कि गोधाम पथमेड़ा गोसेवा महाअभियान की जितनी प्रशंसा करें उतनी कम है। गोधाम पथमेड़ा विश्व में एक उदाहरण है, जहां जीवमात्र की सेवा पूरी दुनिया में कहीं और नहीं देखी जा सकती है। पथमेड़ा भारत के गौरव का प्रतीक है।
सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी ने कहा कि गोसेवा के लिए तन,मन और धन से हर समय तैयार रहूंगा। पथमेड़ा के राष्ट्रीय महामंत्री अर्जुन सिंह तिवरी ने कहा कि एचपीसीएल द्वारा 25 करोड़ से अधिक की लागत से 15 बीघा भूमि पर प्लांट बनाया गया है। गोधाम पथमेड़ा स्थित गोशाला में 13 हजार के लगभग गोवंश है। जिनसे प्राप्त 100 टन गोबर का प्रतिदिन सीबीजी संयत्र में उपयोग किया जायेगा।
पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंहल ने कहा कि गोसेवा के इस पावन अभियान में आज गोबर से गैस बनने के इस सीबीजी संयंत्र से महाराज का देखा गया दूरगामी सपना अब साकार होता नजर आ रहा है। कार्यक्रम में आभार वक्त करते हुए पूर्व महामंत्री रघुनाथ सिंह राजपुरोहित ने कहा कि गोमाता के गोबर का उपयोग गैस उत्पादन के बाद खाद के रूप में होगा यह भविष्य के लिए बहुत सुखद संकेत है। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय प्रवक्ता डूंगराराम पूरोहित ने मरणोपरांत देहदान का संकल्प लिया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्रवणसिंह राव, डीएसपी जेठूसिंह, केसाराम सुथार, अंबालाल सुथार, प्रवीण पुरोहित समेत बड़ी संख्या में नागरिक उपस्थित रहे।
‘गोबरधन’ कचरे से कंचन अभियान
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि शहरीकरण के कारण इन दिनों ई-कचरे जैसे नए नए रूप में अपशिष्ट बढ़ रहा है। वर्तमान समय में यह अपशिष्ट बड़ी परेशानी का कारण है और यह कई बीमारियों की जड़ है। इस समस्या से निजात पाने के लिए नई तकनीकों की आवश्यकता है। कचरे को रिसाइकिल करके अन्य उत्पाद बनाए जा सकते हैं और अपशिष्ट को काफी कम किया जा सकता है। सीबीजी संयत्र लगाना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। गाय के गोबर से अब बायोगैस बनेगी जिससे किसानों की आमदनी बढेगी। यह कचरे से कंचन की ओर चलाए जा रहे अभियान में एक बड़ा कदम है।
जानिए क्या है सीबीजी
सीबीजी का तात्पर्य संपीड़ित बायोगैस संयंत्र से हैं। यह एक ऐसी तकनीक है जो जैविक कचरे से स्वच्छ और नवीकरणीय उर्जा का उत्पादन करती है। सीबीजी की इस प्रक्रिया में बायोडिग्रेडेबल कचरे जैसे भोजन और कृषि अपशिष्ट, पशुओं का खाद और सीवरेज को एनारोबिक पाचन प्रक्रिया के जरिए बायोगैस में परिवर्तित किया जाता है। देश में सैकड़ों ऐसे प्लांट लगे हुए हैं जहां कचरे से बायोगैस बनाई जा रही है। अब 6 और प्लांट लगाए गए हैं जिसका लोकार्पण पीएम मोदी ने किया।
रोज दो टन सीबीजी गैस का उत्पादन होगा पथमेड़ा में
सांचौर में स्थित श्री गोधाम महातीर्थ की ओर से संचालित पथमेड़ा गोशाला विश्व की सबसे बड़ी गोशाला है। श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा के सीईओ आलोक सिंहल ने बताया कि एचपीसीएल के माध्यम से यहां प्लांट लगाया गया है जहां प्रतिदिन 2 टन से ज्यादा बायोगैस का उत्पादन किया जाएगा। करीब 15 बीघा जमीन पर 25 करोड़ की लागत से इस प्लांट को तैयार किया गया है। पथमेड़ा की इस गोशाला में करीब 13 हजार गोवंश है जिनसे प्राप्त 100 टन गोबर का उपयोग प्रतिदिन सीबीजी प्लांट में किया जाएगा।