जालोर.
भारतीय मजदूर संघ आंगनवाड़ी एवं कुक कम हेल्पर ने मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम जिला कलेक्टर, जालोर द्वारा कुक कम हेल्पर की समस्या के समाधान के लिए ज्ञापन सौंपा।
जिसमें भारतीय मजदूर संघ के दिनेश बाघेला ने यह अवगत कराया कि विगत 6 माह से राज्य सरकार द्वारा दिया जाने वाला मानदेय आज दिनाँक तक नहीं मिला है अतः शीघ्र दिलवाने की व्यवस्था करें।
साथ ही बताया कि अधिकांश मजदूर 18 वर्ष से ज्यादा समय से राजकीय मिड-डे-मिल कुक-कम हेल्पर का कार्य कर रहे है। जिसमें प्रति दिन बच्चों को राजकीय मापदण्डों के अनुसार भोजन आदि बनाकर बच्चों को मिड-डे-मिल परोसने व बर्तन आदि धाने को काम किया जाता है। इसके बावजूद कम वेतन दिया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की ओर से मनरेगा के मजदूरों के मजदूरों की न्यूनतम मजदूरी दर 220/- रूपये प्रतिदिन है जब कि कृषि, कमठा, सड़क, निर्माण आदि कार्यों पर लगे मजदूरों की मजदूरी 300/- रूपये से 350/- रूपये तक है और वो लोग समय पर काम पर जाये या ना उनके किये कोई बाध्यता नहीं है, लेकिन मिड-डे-मिल कुक-कम हेल्पर एक तरह से बंधुआ मजदूर की भांति काम कर रहे है जो हमारे साथ भारी अन्याय है। हमें रोजाना 56/- रूपये की मजदूरी दी जा रही है जो नाकाफी है। इस दौरान जिला अध्यक्ष पवनी देवी, महामंत्री धर्म सिंह, आंगनबाड़ी प्रदेश संगठन मंत्री शिमला कांवर, जिला महामंत्री विजय कुमार, तारा राम, कमला देवी, पुष्पा समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।