भव्य शोभायात्रा इस विशाल शोभायात्रा में श्रद्धालु डी.जे कि मधुर धुन एवं ढोल की थाप पर जमकर नृत्य करते “गणपति बप्पा मोरया अगले बरस तू जल्दी आ” मंगल मूर्ति मोरया” की गूंज के साथ विदा किया साथ ही अबील गुलाल उडाए। शोभायात्रा मुख्य बाजार, बस स्टैंड सहित विभिन्न मार्गों से होते हुए जागनाथ रोड़ स्थित वगता नाड़ा जाकर विसर्जित किया। महोत्सव के दौरान गणेश चतुर्थी से विसर्जन तक प्रतिदिन रात्रि डी.जे. कि मधुर धुन पर गुजराती गरबा एवं डांडिया रास का आयोजन हुआ, जिसमें महिलाओं एवं बालिकाओं ने राजस्थानी (मारवाड़ी) वेशभूषा कटारिया घाघरा एवं चुंदडी विशेष आकर्षण का केंद्र रही। इस दौरान उपस्थित श्रद्धालुओं में उत्साह एवं उमंग का माहौल देखा गया।