- भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ के बयान से साँचोर में गरमाई राजनीति
जालोर. भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ के जिलों को लेकर दिए गए बयान को लेकर साँचोर में राजनीति गरमा गई है और इसको लेकर पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई ने एक वीडियो जारी कर कहा है कि साँचोर जिला समाप्त किया तो हम बर्दाश्त नहीं करेंगे इसके लिए अंतिम समय तक लड़ेंगे। आपको बता दें कि भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने रविवार को मीडिया से बातचीत करते हुए कहा था कि कई जिले जो मापदंड के तहत नहीं थे वो भी जिले बना दिए गए उन्हें समाप्त किया जाएगा, जिसमे उन्होंने साँचोर और केकड़ी व दूदू का नाम भी लिया है, इसके बाद साँचोर के पूर्व विधायक सुखराम विश्नोई ने आपत्ति जताई और वीडियो जारी कर कहा कि तमाम मापदंड के तहत कमेटी की राय व जनसुनवाई के बाद साँचोर को जिला बनाया, लेकिन भाजपा सरकार की नीयत में खोट है जबकि सभी नए बने जिलों में साँचोर जालोर से डेढ़ सौ किलोमीटर दूर है। वहीं साँचोर के कई गांव दो सौ किलोमीटर तक दूरी पर है। उन्होंने मदन राठौड़ पर आरोप लगाते हुए कहा कि अभी कमेटी की रिपोर्ट आई नहीं और मदन राठौड़ कैसे कह सकते हैं कि कौनसे जिले रहेंगे या नहीं। पूर्व मंत्री विश्नोई ने कहा कि हम राठौड़ के बयान की निंदा करते है और अंतिम दम तक संघर्ष कर जिला यथावत रखेंगे।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष राठौड़ ने यह कहा था
भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने अपने बयान में कहा था कि तुष्टिकरण करने व कइयों को खुश करने के लिए गलत जिले बना दिए गए थे कई जिले ऐसे बने जो एक विधानसभा मात्र के है जिसमे उन्होंने केकड़ी, साँचोर और दूदू का नाम लिया। राठौड़ ने कहा कि ऐसे जिले हटाए जाएंगे वही कई जिले जिनकी वाजिब मांग थी उन्हें यथावत रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि इसके लिए एक कमेटी बनाई गई है इसका अध्ययन करने के लिए।
साँचोर में बार एसोसिएशन ने दिया ज्ञापन
बार एसोसिएशन साँचोर ने अपर जिला एवं सेशन जज को ज्ञापन सौपकर कहा कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान के विरोध में साँचोर को जिला यथावत रखने की मांग को लेकर स्वेश्चिक व्यक्तिश वर्चुअल उपस्थित नहीं रहकर एक दिवसीय हड़ताल पर रहेंगे।
अशोक गहलोत सरकार ने बनाए थे जिले
आपको बता दें कि पिछली गहलोत सरकार के अंतिम बजट में राजस्थान में 17 नए जिले बनाने की घोषणा की थी और नोटिफिकेशन निकाल जिलों को सुचारू रूप दे दिया था। जिसके बाद कई जिलों में विरोध शुरू हुआ खासकर जालोर से अलग हुए साँचोर जिले में जुड़े जालोर जिले के रानीवाड़ा व बागोड़ा के लोगों ने धरना प्रदर्शन कर जालोर जिले में ही रखने के लिए कई ज्ञापन दिए थे। इधर भाजपा ने विधानसभा चुनाव में जिलों की सीमा और कई छोटे जिलों पर पुनः विचार करने की बात कही थी जिसके बाद सरकार बनने के बाद एक कमेटी का गठन किया गया। जिसकी रिपोर्ट अभी आनी है इससे पूर्व ही भाजपा प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर बवाल शुरू हो गया है।।
पूर्व सांसद ने भी भेजा पत्र
इधर, पूर्व सांसद देवजी पटेल ने भी मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर सांचौर जिले को यथावत रखने की मांग की है। वहीं सांचौर विधायक जीवाराम चौधरी ने कहा कि हमारी ओर से सरकार को जो कहना था वो कह दिया था, हमने सरकार को दो महीने पहले सुझाव दिया था, हम चाहते हैं साँचोर जिला रहे। हां, पहले केवल साँचोर की फिजिबिलिटी सही नहीं थी, लेकिन रानीवाड़ा, बागोड़ा, चितलवाना, साँचोर में चौहटन की पंचायत मिला दी जाए तो फिजिबिलिटी हो जाएगी।