जालोर. जालोर शहर के तिलकद्वार के अंदर स्थित भैरूनाथ अखाड़ा में मंगलवार शाम 5.30 बजे पीर गंगानाथ महाराज के रेवत गांव में चातुर्मास पूर्ण कर 15 सितम्बर को जालोर प्रस्थान की तैयारियों को लेकर बैठक का आयोजन योगी आनंदनाथ महाराज के सानिध्य में किया गया।
समिति के व्यवस्थापक पारसमल परमार ने बताया कि भैरूनाथ अखाडा एवं सिरे मंदिर धाम के पीर गंगानाथ महाराज 26 जुलाई को भैरूनाथ अखाडे से गाजो बाजो के साथ शोभायात्रा के साथ रेवत गांव के अमरनाथ मंदिर के लिए प्रस्थान किया था। वहीं पीर गंगानाथ महाराज के रेवत गांव में चार्तुमास के दौरान भक्ति में लीन रहे। वहीं पीरजी महाराज के आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए प्रतिदिन भक्तों की भीड़ रेवत गांव में नजर आ रही है। पीर गंगानाथ महाराज के चार्तुमास पूर्ण कर जालोर आगमन की तैयारियों को लेकर मंगलवार को जालोर के प्रबुद्वजन व पीरजी महाराज के भक्तों की बैठक भैरूनाथ अखाड़े में आयाजित हुई। बैठक में आयोजन में होने वाले कार्यक्रमो को लेकर भक्तों द्वारा बढ चढकर चढावे लिये गये। पीरजी महाराज के आगमन में भक्तो की भीड़ को देखते हुए विभिन्न व्यवस्थाओं को लेकर कमेटियों का गठन किया गया। कमेटी के सदस्यो को निर्देशित किया गया कि पीरजी महाराज के आगमन कार्यक्रम में आने वाले भक्तो को किसी प्रकार की असुविधा ना हो इसकी पूर्ण तैयारियां की जाये। बैठक में कमेटी के सदस्यो को निर्देशित किया कि कार्यक्रम में आने वाले साधु संतो का आदर सत्कार करने के साथ उसकी आवभगत की पूर्ण व्यवस्था करे। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पीर गंगानाथ महाराज के चातुर्मास पूर्ण कर जालोर आगमन को लेकर भव्य शोभायात्रा निकाली जायेगी। जिसमें हाथी, घोडे, ऊंट विभिन्न रथ व बैड बाजो व ढोल ढमाको के साथ पीरजी महाराज रेवत से जालोर के लिए 15 सितम्बर को प्रातः प्रस्थान करेगे। कार्यक्रम के पश्चात जलधंरनाथ धर्मशाला में भोजन प्रसादी का आयोजन किया जायेगा। पीरजी महाराज के चार्तुमास पूर्ण कर जालोर आगमन को लेकर भक्तो में उत्साह देखा जा रहा है। बैठक पूर्ण होने के बाद सभी भक्तजन रेवत गांव पहुंचकर पीर गंगानाथ महाराज को माला पहनाकर आशीर्वाद लिया।
इस दौरान चातुर्मास सेवा समिति के अध्यक्ष मीठालाल दर्जी, शिवलाल प्रजापत, नैनाराम लोहार, ओबाराम देवासी, नवीन सुथार , छतराराम सुथार, खसाराम सांखला, बलवंत राव, कनिष्क चौधरी, बंशीलाल सैन, फूटरमल शर्मा, मोहनलाल घांची, सुरजमल प्रजापत, बंशीलाल सोलंकी, चम्पालाल पिपलीया, उमाकांत गुप्ता, चम्पालाल सुथार, श्रीराम वैध, महेन्द्र परमार, प्रकाश नारायण गहलोत, गजाराम देवासी, हीरपुरी एवं बाबूलाल लोहार सहित काफी संख्या में भक्तजन मौजूद थे।