- विश्व आदिवासी दिवस पर ओटवाला में जिला स्तरीय कार्यक्रम का आयोजन
जालोर. विश्व आदिवासी दिवस पर राजस्थान विधानसभा के मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने शुक्रवार को ओटवाला में आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में कहा कि वर्तमान में अपनी मेहनत व काबिलियत के दम पर जनजाति समुदाय के लोग देश का नाम रोशन कर रहे हैं।
विश्व आदिवासी दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि जिले में पहले केवल एक जनजाति छात्रावास स्वीकृत था किन्तु उसके उपरांत प्रयास कर माण्डवला में जनजाति छात्रावास करवाया गया तथा इस वर्ष राज्य सरकार द्वारा पोषाणा में जनजाति बालिका छात्रावास की घोषणा की गई है जिसकी स्थापना से जनजाति वर्ग की बालिकाओं की 12वीं तक की शिक्षा का पूरा खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की बजट घोषणा में एकलव्य आवासीय विद्यालय जसवंतपुरा में स्वीकृत किया गया है जिससे इसमें अध्ययनरत विद्यार्थियों का कक्षा 6 से 12वीं तक का व्यय सरकार द्वारा वहन किया जायेगा। उन्होंने जनजाति वर्ग के छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा ग्रहण करते हुए जीवन में ओग बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
जिला प्रमुख राजेश कुमार राणा ने विश्व आदिवासी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए जनजाति वर्ग के लोगों को शिक्षा की ओर अग्रसर होकर आगे बढ़ने की बात कही। इस अवसर पर जिला परिषद सदस्य डॉ. रमेश राणा, पुखराज वीराणा, ओटवाला सरपंच दीपाराम मेघवाल, भोलाराम राणा, मांगीलाल राणा, मंसाराम राणा इत्यादि उपस्थित रहे।
धूमधाम से मनाया विश्व आदिवासी दिवस
जालोर जिला मुख्यालय पर विश्व आदिवासी दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुषों एवं युवाओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने आदिवासी समुदाय के परंपरागत वस्त्र धारण किये हुए एवं हाथों में तीर कमान लिए डीजे की धुन पर नाचते गाते शहर भर में रैली निकाली।
युवा समाज सेवी नरेश राणा ने कहा कि आदिवासी हमेशा प्रकृति पूजक रहा हैं। आदिवासियों ने जल जंगल और जमीन के लिए सदियों से लड़ाई लड़ी हैं।आदिवासी यहाँ का मूलनिवासी हैं जो आज भी अधिकारों से वंचित हैं एवं अपने हक के लिए लड़ाई लड़ रहा हैं।अब हमकों हमारे बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध करवानी होगी, जिससे भविष्य में हमारा समाज मुख्य धारा में आ सके।
इस दौरान प्रदेश प्रतिनिधि गोविंद भील, ओमप्रकाश भील, रणछोड़, जबराराम भील धूणा, किशन राणा, भोमाराम भील, कैलाश, रामदयाल, ललित, गलबाराम एवं गुलाब राणा सहित अनेक समाजबंधु उपस्थित रहे।