जालोर. मारू कुमार समाज जालौर का ग्यारहवाँ सामूहिक विवाह समारोह श्रीयादे सेवा संस्थान के तत्वावधान में शुक्रवार को सामतीपुरा रोड स्थित चामुंडा गार्डन में आयोजित हुआ। ग्यारहवाँ सामूहिक विवाह में छह जोड़े अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर विवाह बन्धन में बँधे। समारोह की शुरुआत प्रातः 8 बजे बारातों के आगमन के साथ हुई। संस्थान के सदस्यों द्वारा बारातों का मुख्य द्वार पर ढोल धमाको के साथ भव्य स्वागत किया गया। बारात स्वागत के बाद वधू पक्ष द्वारा साम्हेला किया गया।
इस दौरान उपस्थित महिलाओं द्वारा वैवाहिक गीत गाकर वर पक्ष का स्वागत सत्कार किया गया। वर पक्ष द्वारा तोरण की रस्म अदा की गई। तोरण की रस्म अदायगी के बाद वर वधु चवरी मंडप में पहुंचे। प्रधान आचार्य पंडित राकेश दवे के नेतृत्व में पंडितों ने वैदिक मंत्रोचार के साथ हस्त मिलाप कर फेरे करवाए गए। सामूहिक विवाह कार्यक्रम में श्रीपति धाम के संस्थापक गोविंद वल्लभ दास महाराज के आगमन पर संस्थान के सदस्यों द्वारा भव्य स्वागत सत्कार किया गया।
इस अवसर पर गोविंद वल्लभ दास महाराज ने परिणय सूत्र में बंधे वर वधु को आशीर्वाद देते हुए उनके उज्जवल दाम्पत्य जीवन की कामना की। भारी संख्या में उपस्थित समाज बंधुओं को संबोधित करते हुए उन्होंने सामाजिक उत्थान हेतु किये जा रहे सामूहिक विवाह कार्यक्रम की प्रशंसा की। उन्होंने समाज द्वारा आयोजित सामूहिक विवाह कार्यक्रमों में सभी को बढ़-चढ़कर भाग लेने का आह्वान किया। महाराज ने सफल आयोजन हेतु श्रीयादे सेवा संस्थान की कार्यकारिणी को धन्यवाद दिया। महाराज द्वारा समारोह के भामाशाहों को साफा, दुपट्टा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। समारोह में आर्थिक सहयोग करने वालों का श्रीयादे सेवा संस्थान के पदाधिकारियो द्वारा दुपट्टा पहना कर व स्मृति चिन्ह देकर सम्मान किया गया।
संस्थान के अध्यक्ष नरपत आर्य द्वारा सभी का आभार ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर संस्थान के सचिव किशोर देवड़ा, कोषाध्यक्ष कन्हैयालाल मेवाड़, बाबूलाल परमार, ग़लबाराम आर्य, चंपालाल देवड़ा, सुरेश कुमार बडवाल, मदनलाल मेवाड़ा, ललित देवड़ा, ओमप्रकाश आर्य, शंकरलाल देवड़ा, उत्तम देवड़ा, महेंद्र राठौड़, डायाराम बड़वाल, शांतिलाल पोनेचा, नरपत बड़वाल श्याम देवड़ा, सुरेश पोनेचा गोकुल देवड़ा, विक्रम देवड़ा, पुखराज टांक, फूलराम देवड़ा, चंपालाल मालवीया, भानाराम देवड़ा, रवि देवड़ा, प्रवीण मारू, मनोज सियोटा व नरेंद्र सियोटा उपस्थित थे।