- वैभव गहलोत ने किया नामांकन
- जनसभा में कई नेताओं ने की शिरकत
जालोर. पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने गुरुवार को नामांकन के अंतिम दिन जालोर संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन जमा करवाया है। इसके बाद आयोजित जनसभा में सभी राजनीतिक समीकरणों को साधने के प्रयास भी किया गया।
इसके बाद आयोजित जनसभा में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सम्बोधित करते हुए संसदीय क्षेत्र के लोगों से आग्रह किया कि वैभव गहलोत को एक बार मौका देकर देख लो, यह आपके जालोर का दूसरा बूटासिंह बनकर दिखाएगा। गहलोत ने कहा कि आपके लिए हमेशा दरवाजे खुले रखेगा, अगर आपका काम नहीं करे तो दुबारा मौका मत देना। नौजवान नेता का फर्क होता है कि उसे दूसरी बार हार का डर रहता है, इसलिए वो काम करने का प्रयास करता है। वैभव अभी युवा है, उसमें काम करने की इच्छा शक्ति है। गहलोत ने खुद का हवाला देते हुए कहा कि वे भी महज 29 साल की आयु में नौजवान सांसद बन गए थे और जोधपुर में खूब कार्य करवाए। उसी के कारण जोधपुर की जनता ने उनको इतना कुछ दिया कि वे तीन बार मुख्यमंत्री भी बन गए। गहलोत ने कहा कि राजनीति में एक जाति से कोई भी आगे नहीं बढ़ सकता। सभी समाजों के सहयोग की जरूरत रहती है। इसलिए उन्होंने सर्व समाज से अपील की कि उनकी पत्नी कभी इस प्रकार की जनसभा में पहले नहीं गई, लेकिन अब हम दोनों वैभव को जालोर को सौंपने आये है, अब आप ही इसे सम्भालो। गहलोत ने जलशक्ति मंत्री गजेन्द्रसिंह शेखावत के टाबर कहने वाले व्यक्तव्य पर कहा कि हां वैभव राजनीति में टाबर है, अब है तो है।
जूली से करवाई रामलाल की पूर्ति
राजनीति के जादूगर अशोक गहलोत ने जनसभा के दौरान सियासी समीकरण साधने का भी प्रयास किया। प्रदेश के कई नेताओं को आमंत्रित किया, जिसमें हर जाति समाज से जुड़े नेता भी रहे। गहलोत ने नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के जरिये कांग्रेस विचारधारा से जुड़े मूल वोटर अनुसूचित जाति पर पकड़ बनाये रखने का प्रयास भी दिखाया। ताकि पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल के भाजपा में जाने से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा सके। यही वजह रही कि टीकाराम जूली को यह भी कहना पड़ा कि जूली मेरा सरनेम है, लेकिन मैं मेघवाल हूं। साथ ही जूली से यह संदेश भी दिलाया गया कि देश में संविधान खतरे में है, 2 अप्रेल की घटना को भी याद करवाया गया।
जूली ने कहा कि भाजपा बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के बनाये संविधान में संशोधन कर एक प्रतिशत के लोगों को राज दिलाना चाहती है, गरीब कमजोर वर्ग को मजदूरी के लिए मजबूर करेंगे। इसी प्रकार रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी के कंधों पर वैभव की जिम्मेदारी का भी अहसास कराया। यही वजह रही कि वैभव के दोनों ओर एक तरफ नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली तो दूसरी तरफ रानीवाड़ा विधायक रतन देवासी को बिठाया गया। ताकि रतन देवासी के मजबूत वोटबैंक का फायदा वैभव को लोकसभा चुनाव में मिल सके। रतन देवासी ने भी सम्बोधन के दौरान स्पष्ट किया कि विकास कार्यों में कोई कमी नहीं रखी, अभी आपको सहयोग करना है। इसी प्रकार भीनमाल विधायक डॉ समरजीतसिंह ने कहा कि वैभव गहलोत नाम अब भले ही आप नया मानते हो, लेकिन पीछे बड़ा खानदान है। अशोक गहलोत जैसे परिवार ने हम पर भरोसा दिखाया है, हमको इनका सहयोग कर जिताना है।
नीरज डांगी ने सहयोग की बताई जरूरत
राज्यसभा सांसद नीरज डांगी ने सम्बोधित करते हुए कहा कि वे राज्यसभा में अकेले है, यहां से वैभव गहलोत को लोकसभा में जीताकर भेजें ताकि दोनों मिलकर इस जालोर लोकसभा क्षेत्र के लिए विकास कर सकें। इसी प्रकार सिरोही के पूर्व विधायक संयम लोढ़ा ने कहा कि युवा नौजवान शिक्षित उम्मीदवार है, इन्हें जीताकर भेजेंगे तो पिंडवाड़ा उदयपुर रेललाइन, जालोर-सिरोही नेशनल हाइवे समेत कई कार्यों को करने में सुविधा रहेगी। पचपदरा के पूर्व मदन प्रजापत ने एक बार फिर भाजपा प्रत्याशी लुम्बाराम चौधरी की शिक्षा पर सवाल उठाए। प्रजापत ने कहा कि 51 वर्ष की उम्र में दसवीं पास की है, 81 की उम्र में बारहवीं कर पाएंगे। इसलिए पढ़े लिखे युवा को चुनें।
बेटे की जीत लिए कांग्रेस हराने वालों की पुनः एंट्री
वैभव गहलोत की जीत के लिए अशोक गहलोत हर उस नाराज नेता को मनाने के प्रयास में है, जो दूरी बनाकर बैठे है। करीब तीन महीने पहले हुए विधानसभा चुनाव में जालोर व सांचोर में कांग्रेस की हार का कारण बनने वाले पीसीसी सदस्य रहे डॉ शमशेर अली व मंजू मेघवाल को अशोक गहलोत ने पुनः कांग्रेस में एंट्री करवाई। इसी प्रकार गौ रक्षा दल से जुड़े सुरेंद्रसिंह राजपुरोहित ने भी कांग्रेस ज्वाइन की है।
मंच पर रही कई नेताओं की मौजूदगी
जनसभा के दौरान मंच पर कांग्रेस पार्टी के कई नेताओं की मौजूदगी रही। यहां पूर्व मंत्री सुखराम विश्नोई, सालेह मोहम्मद, अश्क अली टाक, शांति धारीवाल, करण सिंह उचियारड़ा, धर्मेंद्रसिंह राठौड़, पुखराज पाराशर, आबूरोड के हरीश चौधरी, हेमसिंह शेखावत, अभिषेक चौधरी, सवाराम पटेल, सरोज चौधरी, रमिला मेघवाल, मोतीराम कोली, उमसिंह चांदराई, आनंद जोशी, भंवरलाल मेघवाल आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम में मंच संचालन योगेंद्रसिंह कुम्पावत ने किया।
मुझे पूरा भरोसा है, जालोर की जनता का आशीर्वाद मिलेगा – वैभव गहलोत
नामांकन सभा में कांग्रेस प्रत्याशी वैभव गहलोत ने कहा कि 20 साल से भाजपा सांसदों ने जालोर क्षेत्र की अनदेखी की है। यहां की रेलवे कनेक्टिविटी, हवाई अड्डा शुरू करने, जालोर को हाइवे से जोड़ने, पेयजल और सिंचाई जल देने, रोजगार देने की आम जनता की मांगों को पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया। वैभव ने कहा कि मैं हर सुख-दुख में आपके साथ खड़ा रहूंगा और आपकी इन जरूरतों को पूरा भी कराऊंगा। लेकिन इसके लिए जनता को मारवाड़ के इस बेटे पर विश्वास जताना होगा और अपना आशीर्वाद देना होगा। इस मौके पर वैभव गहलोत की माता सुनीता गहलोत, पत्नी हिमांशी गहलोत, बेटी काश्विनी गहलोत सहित परिवारजन भी मौजूद रहे।
पांच साल कांग्रेस लाई अच्छी नीतियां, विफल रही मोदी सरकार : डोटासरा
इससे पहले कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में वैभव गहलोत का समर्थन करते हुए कहा कि पांच साल कांग्रेस सरकार की जनकल्याणकारी नीतियां और योजनाएं रही हैं, इसलिए जहां भी जाते हैं सराहना मिलती है। अशोक गहलोत जी विकास की दृष्टि रखते हैं, और वह विजन जालोर को लेकर वैभव में भी नजर आता है। डोटासरा ने कहा कि 10 साल से मोदी सरकार आमजन के लिए काम करने में विफल रही है। यहां भी 20 साल से भाजपा सांसद है और नतीजा जालोर की उपेक्षा के रूप में आपके सामने है।