दिलीप डूडी, जालोर.
जालोर जिला कलेक्टर पूजा पार्थ व पुलिस अधीक्षक ज्ञानचन्द्र यादव ने शनिवार सुबह जालोर जिला कारागार का आकस्मिक निरीक्षण किया।
जेल में जर्दा, सुपारी व कुछ कागजों पर नम्बर मिले है। जिन्हें जब्त कर लिया गया है। जिला कलेक्टर ने बताया कि इन नम्बरों की जांच की जाएगी, ये नम्बर किसके है।
करीब एक घण्टे तक चली तलाशी
जिला कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक बड़े पुलिस लवाजमे के साथ सुबह करीब सात बजे जिला कारागार पहुंच गए। कलेक्टर को अचानक देख जेल स्टाफ स्तब्ध रह गया। जेल में निरीक्षण के दौरान 68 बंदी जमा थे। जिला कलेक्टर ने करीब एक घण्टे तक जेल में बंदियों की तलाशी ली। कलेक्टर ने बताया कि निरीक्षण के दौरान कोई खास संदिग्ध तो नहीं मिला, लेकिन जर्दा, सुपारी व कुछ कागजों पर नम्बर लिखे मिले है, वो नम्बर किसके है और क्यों लिखे है इसकी जांच की जाएगी। पुलिस अधीक्षक ने डीडीटी न्यूज को बताया कि जर्दा सुपारी अंदर कैसे पहुंचाए गए सम्बंधित कर्मचारियों पर आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
किसी गैंग से जुड़े नम्बर तो नहीं
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर को काफी संख्या में नम्बर लिखे मिले है, इन नम्बरों की उचित जांच करवाई जाएगी। ये नम्बर किसी गैंग से जुड़े भी हो सकते है, इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता। सूत्रों के मुताबिक पुलिस उस पहलू से भी जांचेगी कि कहीं ये नम्बर लॉरेंस से जुड़ी गैंग के तो नहीं हो जाय।
पहली बार जेल का ऐसा निरीक्षण
जालोर जिला जेल का यह पहली बार मौका है जब कोई जिला कलेक्टर इतने बड़े लवाजमे के साथ सुबह सात बजे जेल पहुंची हो, आपको बता दें कि इसी जेल से वर्ष 2011 में भजन गाते हुए 14 बंदी रात को जेल तोड़कर फरार हो गए थे, हालांकि उसके बाद यहां सुरक्षा कड़ी कर दी गई थी, लेकिन इस प्रकार के औचक निरीक्षण नहीं किये गए थे। इस दौरान प्रशिक्षु आईएएस दिव्यांशु सिंह, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामेश्वरलाल मेघवाल, डीएसपी रतन देवासी, कोतवाल जसवंतसिंह समेत बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता मौजूद रहा।