जालोर. ग्रामीण क्षेत्रों से पढ़ाई कर राजकीय सेवाओं में पद पाना मेहनत का परिणाम होता है। आहोर क्षेत्र से डॉक्टर, इंजीनियर, फौजी, अध्यापक व अन्य पदों पर आसीन होने वाली प्रतिभाओं पर हमें गर्व है। यह बात आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने कही। वे सरस्वती शिक्षण संस्थान, भाद्राजून द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि पढ़ाई में रुचि रखकर संबंधित विभाग की योग्यता प्राप्त कर के राजकीय सेवा का मौका पाया जाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता भाद्राजून के पूर्व सरपंच कर्णवीरसिंह जोधा ने की। पावन सानिध्य के रूप में महामंडलेश्वर संतोष रामानंद भारती व युवराज आशाराम महाराज रहे। वहीं आहोर एसडीएम शंकरलाल मीणा, आहोर तहसीलदार हितेश त्रिवेदी, आहोर नगरपालिका चेयरमैन सूजाराम प्रजापत,भाद्राजून सरपंच सुरेंद्र मीणा, सहित आसपास के कई गांवों के सरपंच पंचायत समिति सदस्य पिंकी शर्मा, समाज सेवी अमर सिंह चारण,रमेश सिंह राजपुरोहित, बेलाराम काला व जगदीश चौधरी समेत सैकड़ों लोगों ने शिरकस्त की।
300 से अधिक प्रतिभाएं सम्मानित
सरस्वती शिक्षण संस्थान द्वारा भाद्राजून द्वारा आयोजित प्रतिभा सम्मान ” समारोह में विभिन्न राजकीय विभागों में सेवारत 300 से अधिक प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। वहीं राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित 10वीं 12 वीं के परीक्षा परिणाम में 90% से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों, राज्य स्तर पर क्रीड़ा क्षेत्र में चयनित छात्रों तथा सरस्वती महाविद्यालय के परीक्षा परिणाम में भी उत्कृष्ठ अंक व स्थान प्राप्त करने वाली प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
भजनों की बही सरिता
सम्मान समारोह कार्यक्रम से पूर्व भूतपूर्व व वर्तमान संगीत गायन की सरस्वती विद्या मंदिर की प्रतिभाओं द्वारा देशभक्ति गीतों व लोक भजनों की प्रस्तुति दी गई। इस मौके पूनम गिरी गोस्वामी, हनुमान दास वैष्णव द्वारा उम्दा भजनों की प्रस्तुति देकर देश व आध्यात्मिक भक्तिमय समा बांधा गया। सरस्वती शिक्षाण संस्थान परिवार के डॉ. भागीरथ चौधरी व प्रधानाचार्य मदन लाल जाट द्वारा सभी का आभार व्यक्त कर सर्व मंगल की कामना की गई।
सांस्कृतिक कार्यक्रम ने मन मोहा
प्रतिभा सम्मान समारोह के दौरान सरस्वती शिक्षण का वार्षिकोत्सव रामलला का भी आयोजन हुआ।जहां विद्यालय के छात्रों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुतियां भी दी गई। जिसमें श्री राम चंद्र कृपालु भज मन….,रूण झूंन बाजे घुघरा….,राम आयेंगे, तेजल …, राधा नाचेगी… व कई हास्य नाट्य रचनाओं का मंचन किया गया। मंच संचालन कालूराम प्रजापत भाद्राजून द्वारा किया गया।