- प्रतिभा सम्मान समारोह में 150 से अधिक प्रतिभाएं हुई सम्मानित
- आगामी जयंती के चढ़ावों की बोली गई बोलियां
देवेन्द्रराज सुथार, बागरा. कस्बे में विश्वकर्मा जयंती धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। गांधी चौक स्थित विश्वकर्मा मंदिर प्रांगण में प्रातः पंडितों द्वारा भगवान के अभिषेक व हवन-यज्ञ के मंत्रोच्चार के साथ कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ हुआ। तत्पश्चात लाभार्थी घेवरचंद, मुकेश कुमार बाकरा गांव परिवार द्वारा भगवान विश्वकर्मा को महाप्रसादी का भोग लगाया गया।
दोपहर में विश्वकर्मा मंदिर प्रांगण से ढोल-बाजों के साथ शोभायात्रा निकाली गई, जो मुख्य बाजार से होते हुए कार्यक्रम स्थल पहुंची। जहां भगवान विश्वकर्मा के पूजन के बाद प्रतिभा सम्मान समारोह व आगामी जयंती के चढ़ावों की बोलियां बोली गईं।
इस दौरान कक्षा 8, 10, 12, कॉलेज विद्यार्थी, डिग्रीधारी, खेलकूद व सांस्कृतिक गतिविधियों में उत्कृष्ट मुकाम हासिल करने वाले एवं सरकारी सेवा में चयनित हुए समाजबंधुओं का स्कूल बैग, स्टेशनरी किट, स्मृति चित्र देकर सम्मान किया गया। इस दौरान समाज की नवोदित प्रतिभाओं ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों का समां बांधा एवं नृत्य की प्रस्तुति दी।
विश्वकर्मा युवा मंडल अध्यक्ष जोराराम सुथार नून ने कहा कि विश्वकर्मा जयंती एवं प्रतिभा सम्मान समारोह 2024 का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया। जिसमें सुथार समाज ढंढार पट्टी के 11 गांवों की करीबन 150 से अधिक प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। विश्वकर्मा युवा मंडल प्रतिवर्ष विश्वकर्मा जयंती के अवसर पर समाज की प्रतिभाओं को न केवल सम्मानित करता है, बल्कि मंच भी प्रदान कराता है जिसके माध्यम से समाज में शिक्षा के प्रति चेतना जगाई जा सके।
विश्वकर्मा युवा मंडल के शिक्षामंत्री डूंगाराम सुथार ने बताया कि यह खुशी की बात है कि गत वर्ष के मुकाबले इस बार सम्मानित होने वाले विद्यार्थियों की संख्या में वृद्धि देखी गई है। समाज की प्रतिभाएं निरंतर आगे बढ़ रही है और सरकारी सेवाओं में चयनित होकर समाज का नाम रोशन कर रही है।
इस अवसर पर भंवरलाल सुथार सांथू, शंकरलाल सुथार बागरा, रमेश कुमार, राजाराम सुथार, मुलाराम सुथार चुरा, वेलाराम सुथार, सोमलाल सुथार, वरदाराम रेवत, प्रागाराम डूडसी, आशाराम बागरा, प्रकाश सुथार आकोली, हिरालाल सियाणा, सचिव संपतलाल सुथार, नोपाराम सुथार, जवानमल सुथार, सतीश सुथार, लक्ष्मण सुथार, खेताराम सुथार डूडसी, नरेश कुमार समेत आसपास के गांवों के सुथार समाजबंधु मौजूद रहे। मंच का संचालन भंवरलाल सुथार व जेठाराम सुथार ने सामूहिक रूप से किया।