जालोर. नारणावास के जागनाथ महादेव मंदिर के प्रांगण में शनिवार को ब्रह्मलीन महंत गंगा भारती जी की मूर्ति स्थापना, द्वितीय भंडारा, महारुद्र यज्ञ, समाधियों के पगलियों की स्थापना समेत कई धार्मिक कार्यक्रमों का शुभारम्भ सुबह जलयात्रा के साथ हुआ। नारणावास के रूपसिंह राठौड़ ने बताया कि कार्यक्रम को लेकर आसपास के दर्जनों गांवों के धर्मप्रेमी अपने-अपने वाहनों से जागनाथ मठ पहुंचे। जलयात्रा नारणावास कस्बे से आरम्भ होकर धवला होते हुए जागनाथ मठ पहुंची।
जलयात्रा में बालिकाएं कलश धारण कर चल रही थी। साथ हाथी, घोड़े, ऊँट, रथ के साथ वाहनों का काफिला चल रहा था। जलयात्रा में पैदल चल रही महिलाएं मंगल गीत गाती, जयकारें लगाती हुए चल रही थी। रथों में लेटा व भैसवाडा मठ के महंत रणछोड़ भारती, जागनाथ मठ के महंत महेंद्र भारती, गाजियाबाद महंत नारायण गिरी, गजीपुरा महंत प्रेम भारती, पुनासा मठ के महंत बाबूगिरी, जागनाथ मठ के विष्णु भारती, कटकेश्व व डोरडा मठ के महंत कुलदीप भारती, सुरेश्वर मठ के महंत महावीर गिरी समेत कई संत महात्मा मौजूद रहे।
जागनाथ महादेव मठ में चल रहे धार्मिक कार्यक्रम को लेकर विभिन्न मठों एवं मंडलों से आये सन्त-महात्माओं का जागनाथ मठ की ओर से लेटा महंत रणछोड़ भारती व महंत महेंद्र भारती के सानिध्य में फूलमालाएं पहनाकर अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम में भाग लेने आये सनातन धर्म प्रेमी रंग-बिरंगे साफे धारण कर शामिल हुए।
इसी प्रकार महिलाओं ने भी राजस्थानी पोशाकें पहनकर कार्यक्रम में भागीदारी निभाई। जागनाथ मठ में आयोजित हो रहे धार्मिक कार्यक्रम तीन दिन तक चलेगा। जिसमें हवन, भजन संध्या, मूर्ति स्थापना के साथ विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होंगे।