- प्रभु के दीक्षाकल्याणक महोत्सव में निकला भव्य वरघोड़ा
जालोर. श्री भाण्डवपुर महातीर्थ में तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठोत्सव का आयोजन पुण्य-सम्राटश्री जयन्तसेनसूरीश्वर के पट्टधरद्वय गच्छाधिपतिश्री नित्यसेनसूरीश्वर एवं भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्यदेव जयरत्नसूरीश्वर आदि विशाल श्रमण-श्रमणिवृन्द की शुभ निश्रा में विविध धार्मिक एवं सांस्कृतिक आयोजनों के साथ दिनांक 5 फरवरी से 20 फरवरी 2024 तक आयोजित किया जा रहा है |
15 फरवरी 2024 को गच्छाधिपति नित्यसेनसूरि, भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचाय जयरत्नसूरि महाराज एवं आचार्य नरेन्द्रसूरि आदि की निश्रा में जाजम के भव्यातिभव्य चढ़ावे हुए। श्री महावीरस्वामी मन्दिर की अमर ध्वजा का लाभ देवुबाई सुखराज बालगोता-मेंगलवा ने, कलश का लाभ मातुश्री मोहनदेवी साँवलचन्द बालगोता-मेंगलवा ने और दण्ड का लाभ अतियादेवी जेठमल काँकरिया-सुराणा ने, श्री महावीर मन्दिर में चान्दी की प्रतिमा बिराजमान करने का लाभ श्रीमती भाग्यवती पृथ्वीराज संकलेचा-मेंगलवा ने, स्फटिकरत्न की प्रतिमा बिराजमान करने का लाभ नावीदेवी मिश्रीमलजी बालगोता-मेंगलवा ने, राजेन्द्रसूरि मन्दिर की अमर ध्वजा का लाभ श्रीमती गवरीदेवी हरकचन्दजी संकलेचा-मेंगलवा ने, गुरु प्रतिमा बिराजमान करने का लाभ श्रीमती वीजुदेवी भँवरलालजी बालड़-मेंगलवा-मुम्बई-अहमदाबाद ने, दण्ड का लाभ मोहनदेवी रिखबचन्द छत्रियावोरा-सुराणा ने, कलश का लाभ मातुश्री गुणीबाई सुमेरमल नरसाजी बालगोता-मेंगलवा ने, श्री जयन्तसेनसूरिजी समाधि मन्दिर की ध्वजा का लाभ मुन्नीलाल मंगलचन्द हिराणी-रेवतड़ा-चैन्नई ने, प्रतिमा बिराजमान करने का लाभ बी. एम. शाह सूर्यप्रकाश भण्डारी-चैन्नई ने, कलश का लाभ दिनेशकुमार दलीचन्द भूरमलजी बालगोता-मेंगलवा-बीजापुर ने, दण्ड का लाभ मुन्नीलाल मंगलचन्दजी हिराणी-रेवतड़ा-चैन्नई ने एवं शान्तिविजय समाधि मन्दिर का सम्पूर्ण लाभ रूपचन्द गुणेशमलजी बालड़-पादरू ने बड़े ही उल्लास और उमंग के वातावरण में शुभ भावों के साथ लिया।
महोत्सव बारहवें दिन दिनांक 16 फरवरी 2024 को क्षत्रियकुण्ड नगरी में प्रातः 5.30 बजे गुरुभगवन्तों की निश्रा में मुमुक्षु भव्याकुमारी अदाणी, निमाबेन देसाई, रविनाकुमारी सोलंकी, विमलाबेन देसाई के दीक्षा की विधि प्रारम्भ हुई | परिवार वालों ने गच्छाधिपति को रजोहरण प्रदान किया। जैसे ही मुमुक्षु बहिनों के हाथ में रजोहरण आया वे नाचते-नाचते वेश बदलने गई और गुरुभगवन्तों की निश्रा में दीक्षा विधिपूर्वक सम्पन्न हुई | नूतन साध्वियों का नामकरण साध्वीश्री नेमिर्षिनिधिश्रीजी (भव्याकुमारी अदाणी), साध्वीश्री महर्षिनिधिश्रीजी (निमाबेन देसाई), साध्वीश्री राजर्षिलताश्रीजी (रविनाकुमारी सोलंकी), साध्वीश्री आत्मर्षिलताश्री (विमलाबेन देसाई) किया गया |
दीक्षा के निमित्त चारों मुमुक्षुओं को चादर, कामली, साडा, पात्रा, डण्डा, मोटी-छोटी झोली सापड़ा, नवकारवाली, पूँजणी, पुस्तक, तरपणी, आसन संथारा, उत्तरपट्टा, दर्शन चौवीसी, सूपड़ी आदि उपकरण वोहराने का लाभ चढ़ावा बोल कर लाभार्थी परिवारों ने लिया दीक्षा प्रसंग पर आचार्य नरेन्द्रसूरि महाराज की सांसारिक भतीजी मुमुक्षु विभाकुमारी भूपेन्द्रकुमारजी अचलचन्दजी सोलंकी-सियाणा को गच्छाधिपतिश्री ने दीक्षा का मुहूर्त्त प्रदान किया मुमुक्षु की दीक्षा श्री शंखेश्वर तीर्थ में 1 मई 2024 को गच्छाधिपतिश्री की शुभ निश्रा में सम्पन्न होगी
तीर्थ परिसर में प्रतिष्ठा निमित्त भगवान का दीक्षा कल्याणक हुआ तथा भव्य वरघोड़े का आयोजन किया गया। जिसमें गुरुभगवन्तों के साथ हजारों की संख्या में नृत्य करते हुए श्रावक-श्राविका तीर्थ परिसर को जय-जयकार से गुँजायमान कर रहे थे वहीं पाँच-पाँच हाथी, दो घोड़े, सुसज्जित बग्घियाँ, बैण्ड-ढोल, नृत्य मण्डली आदि विशेष आकर्षक के केन्द्र थे |
श्री महावीर जैन श्वेताम्बर पेढ़ी (ट्रस्ट), श्री वर्धमान-राजेन्द्र जैन भाग्योदय ट्रस्ट (संघ), श्री तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के द्वारा होने वाले इस प्रतिष्ठोत्सव में मुख्य सचेतक व विधायक जोगेश्वर गर्ग-जालोर, उप अधीक्षक रामेश्वरलाल-जालोर, वृत्ताधिकारी रतन देवासी महातीर्थ में पधारे और प्रभु वीर-गुरु मन्दिर के दर्शन कर यहाँ विराजित आचार्य जयरत्नसूरि महाराज से आशीर्वाद लिया |
प्रातः चैत्याभिषेक देवीचन्दजी तगराजजी संकलेचा-मेंगलवा किया गया दोपहर में श्री भक्तामर महापूजन संघवी अशोककुमार कुन्दनमल गुलेच्छा की ओर से संगीत के साथ पढ़ाई गई।
