- सोनगिरी पर्वत के टूकाली पर लगेगी विरमदेवजी की अश्व आरूढ़ मूर्ति
जालोर. शहर के मलकेश्वर मठ में वीरमदेव मूर्ति स्थापना आयोजन समिति के संरक्षक मोहनसिंह चितलवाना के सानिध्य में सर्व समाज की बैठक का आयोजन हुआ। बैठक में टूकाली पहाड़ी पर लगने वाली वीरमदेव की मूर्ति स्थापना के लिए सभी से सुझाव और विचार आमंत्रित किए गए। इस दौरान सर्व समाज के लिए त्याग और बलिदान के प्रतीक वीर वीरमदेव को जालौर की पहचान बताते हुए उनके इतिहास को विश्व विख्यात करने की आवश्यकता बताई।
इस दौरान जालौर शहर के गणमान्य लोगों सहित विश्व हिंदू परिषद, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, क्षत्रिय युवक संघ, क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन, व्यापार मंडल, सब्जी मंडी, जालौर विकास समिति, ट्रक यूनियन, नर्सेज, शिक्षक संघ, शारीरिक शिक्षक संघ, निजी विद्यालय सहित विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। बैठक में विचार रखते हुए मदनराज बोहरा, मधुसूदन व्यास, बंसीलाल सोनी, पारस परमार, अर्जुनसिंह देलदरी, भवानीसिंह, बलवंतसिंह कानीवाड़ा, आनंदसिंह देचू, लोकेंद्रसिंह, हिंदूसिंह दुधवा, महेश सोलंकी, श्यामलाल, महेंद्र मुनोत , छगनदास, मनोहर राणा, बाबूलाल मेघवाल, सरदारसिंह चारण, मेघराज चौधरी, खंगारसिंह आसाना, अंबाराम देवासी, भंवरसिंह सोलंकी, दलपत सिंह आर्य, शैतानसिंह, मानवेंद्र, नैनसिंह राजपुरोहित, दीपसिंह धनानी, गणपतसिंह, भूरसिंह, धनराज दवे, सांवलाराम सांखला, अंबालाल, लालचंद, दीपेश सिद्धार्थ, मूलाराम गहलोत दिनेश जीनगर, दलपतसिंह आर्य, मानवेंद्र सिंह राजपुरोहित सहित विभिन्न लोगों ने सुझाव दिए। इसे कलमबद्ध करते हुए आयोजन समिति के देवेंद्रसिंह मोछाल ने आगामी दिनों में बैठक आयोजित कर भूमिका बनाने की आवश्यकता और कार्य योजना की जानकारी प्रदान की। रामसिंह चारणिम ने अब तक इस विषय में हुए कार्यों से अवगत कराया इस कार्यक्रम का संचालन गणपतसिंह भवरानी ने किया।