जालोर. भांडवपुर में गच्छाधिपति नित्यसेनसूरीश्वर के मंगलाचरण के साथ भाण्डवपुर तीर्थोद्धारक आचार्यदेव जयरत्नसूरीश्वर महाराज, विमलगच्छाधिपति आचार्य प्रद्युम्नविमलसूरीश्वर महाराज, आचार्य नरेन्द्रसूरीश्वर महाराज आदि विशाल श्रमण-श्रमणिवृन्द की शुभनिश्रा में क्षत्रियकुण्ड नगरी में सोमवार को प्रभु के जन्मोत्सव की बधाई एवं नामकरण एवं पाठशालागमन का कार्यक्रम कलाकारों द्वारा किया गया।
मीडिया प्रभारी कुलदीप प्रियदर्शी ने बताया कि राजदरबार में राजा सिद्धार्थ को प्रियंवदा दासी द्वारा जन्म की बधाई दी गई। जिसका लाभ पारसमल मिश्रीमल संघवी-दाधाल ने लिया। प्रभु का नामकरण आचार्य जयरत्नसूरि महाराज ने मन्त्रोच्चार करके प्रभु की भुआ-भुडोसा के लाभार्थी कालूचन्द साँकलचन्द हुकमाणी-पाँथेड़ी ने सपरिवार राजदरबार में पधारकर वर्धमान नामकरण किया। परिवारजनों ने अष्टप्रकारी सामग्री सहित विविध आभूषण प्रभु को अर्पण की।
धर्मसभा में आचार्य जयरत्नसूरि महाराज ने कहा कि भाण्डवपुर की पुण्यवन्त धरा पर पुण्य-सम्राटश्री का पुण्य बरसता है और योगीराज का तप-ध्यान तपता है। प्रतिष्ठा के निमित्त कार्यदक्ष मुनिराज आनन्दविजय महाराज की सद्प्रेरणा से बनने वाली गौशाला में जीवदया हेतु संस्थापक सदस्यों के लिए बनाई योजना में अनेक पुण्यशालियों ने अपने नाम अंकित कराए, जो गौशाला संकुल में पट्ट पर लिखे जाएँगे।
महोत्सव के आठवें दिन दिनांक 12 फरवरी 2024 को तीर्थ परिसर में प्रतिष्ठा निमित्त भगवान का नामकरण, पाठशालागमन कार्यक्रम राजदरबार में विभिन्न पात्रों द्वारा मंचन किया गया। पाठशाला में राजगुरु बनने का लाभ माँगीलाल भोमराज संकलेचा-मेंगलवा ने लिया। संघवी राजेन्द्र करणपुरिया ने कार्यक्रम में भक्ति गीतों से सभी को मन्त्रमुग्ध कर दिया। दोपहर में जिनेन्द्र पंचकल्याणक पूजा जयन्तीलाल हस्तीमल कागरेचा-ओटवाला की ओर से संगीतमय पढ़ाई गई।
प्रातः की नवकारसी तरुणकुमार मूलचन्द छत्रियावोरा-जीवाणा की ओर से, दोपहर की नवकारसी शान्तिदेवी नेनमल हुकमाणी-पाँथेड़ी की ओर से एवं सायं की नवकारसी ताराचन्द तेजराज हुकमाणी-पाँथेड़ी की ओर से हुई। आयोजन में प्रभावना दिलीपकुमार पारसमल हुकमाणी-पाँथेड़ी, परमात्मा एवं गुरु प्रतिमाओं की नयनाभिराम अंगरचना संघवी मगराज हंसराज खिंवेसरा-आकोली की ओर से एवं प्रभु भक्ति एवं रोशनी नेमीचन्द तिलोकचन्द हुकमाणी-पाँथेड़ी की ओर से हुई।
सायं कुमारपाल महाराजा की आरती का लाभ नेमीचन्द गवरीचन्द बालगोता-मेंगलवा ने लिया। श्री महावीर जैन श्वेताम्बर पेढ़ी (ट्रस्ट), श्री वर्धमान-राजेन्द्र जैन भाग्योदय ट्रस्ट (संघ), श्री तत्त्वत्रयी प्रतिष्ठा महोत्सव समिति के द्वारा सम्पादित होने वाले इस प्रतिष्ठोत्सव में तरुण परिषद् एवं समर्पणम् परिवार के कर्मठ युवाओं के द्वारा विभिन्न कार्यों में उत्कृष्ट सेवाएँ प्रदान की जा रही है। परिषद् के मिडिया प्रभारी ब्रजेश बोहरा लाईव प्रसारण के माध्यम से सेवा प्रदान कर रहे हैं | सोमवार को प्रतिष्ठोत्सव में महन्त देवाभारती-श्रूर, गोपाल महाराज-धन्नाणी एवं जनप्रतिनिधि दीपसिंह धन्नाणी का बहुमान किया गया।
मंगलवार को ये होंगे आयोजन
महोत्सव नवमें दिन दिनांक 13 फरवरी 2024 को तीर्थ परिसर में प्रतिष्ठा निमित्त भगवान की सगाई एवं मामेरा का आयोजन कलाकारों द्वारा मंचित होगा | प्रातः पुण्य-सम्राट गुरुदेवश्री के 70 वें संयम दिवस के उपलक्ष्य में मधुकर जीवन दर्शन मण्डपम्, रत्नत्रयी मण्डपम्, साधना स्थली गुफा प्रदर्शनी का भव्य उद्घाटन लाभार्थी परिवारों द्वारा किया जाएगा और गुणानुवाद सभा का आयोजन गुरुभगवन्तों की निश्रा में होगा। दोपहर में श्री शान्तिनाथ पंचकल्याणक पूजा संगीत की मधुर स्वरलहरियों के साथ लाभार्थी परिवार द्वारा पढ़ाई जायेगी।