- कोतवाली में किया जनसंवाद
दिलीप डूडी, जालोर. पाली रेंज के पुलिस महानिरीक्षक ओमप्रकाश ने गुरुवार को जालोर में कोतवाली का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने जनसंवाद भी किया।
उसके बाद आईजी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि जालोर पुलिस अच्छा काम करती है, लेकिन हकीकत यह है कि जिले में सबसे बड़ी लाखों की चोरियों व यहां कई ब्लाइंड मर्डर केस के मामलों का अभी भी खुलासा पुलिस नहीं कर पाई है। इसके बावजूद पुलिस की पीठ थपथपाना समझ से परे है।
लाखों की चोरियों का नहीं हुआ खुलासा
जिले के बागरा थाना क्षेत्र के नून में मई 2022 में मकनाराम पीराजी राजपुरोहित के घर से 45 तोला सोने के आभूषण व करीब दस लाख रुपए की नकदी चोरी हो गई थी। घर के मुखिया परिजन उपचार के लिए बाहर गए हुए थे, घर में बहु व दो बच्चियां ही थी। इस दौरान हुई घटना में अभी तक पुलिस कुछ नहीं कर पाई, पुलिस ने न तो आरोपियों को गिरफ्तार किया और न ही माल बरामदगी की। इतना ही नहीं पुलिस ने इस प्रकरण में एफएसएल रिपोर्ट के बावजूद एफआर पेश कर दी। गुरुवार को पीड़ित कैलाश सोढा ने इस मामले की परिवेदना आईजी ओमप्रकाश के सामने पेश की है। साथ ही प्रकरण की फाइल रीओपन कर निष्पक्ष जांच कर आरोपियों को गिरफ्तार कर माल बरामदगी की मांग की है। इसी प्रकार जालोर शहर में हुई गांधी चौक के एक मकान में हुई चोरी की घटना का भी पर्दाफाश नहीं हुआ।
इन ब्लाइंड मर्डर केस का भी नहीं हुआ खुलासा
आईजी ओमप्रकाश ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोई एकाध प्रकरण होगा तो ध्यान में नहीं है, लेकिन बड़े प्रकरण नहीं है। लेकिन हकीकत यह है कि शंखवाली के बालक लक्ष्मण मीणा मृत्यु प्रकरण हो या टीकमसिंह राजपुरोहित या फिर मूडी बालक भगवतसिंह राजपुरोहित मामला, इनकी मौत आज भी रहस्य बनी हुई है। परिजन धक्के खाकर परेशान हो गए है, लेकिन पुलिस अभी तक कोई खुलासा नहीं कर पाई है।
जनसंवाद में भी उठाए मुद्दे
कोतवाली परिसर में आईजी ओमप्रकाश ने सीएलजी सदस्यों, पुलिस मित्रों, पुलिस सखी से संवाद भी किया। यहां उर्मिला दर्जी ने कहा कि होस्टल की बच्चियों को स्कूल से घर तक पहुंचने में परेशानी होती है, कई बार मनचले परेशान करते है। कई बार तो हॉस्टल तक पीछा करते है, यह गम्भीर प्रकरण है। इनकी सुरक्षा के लिए सिपाही तैनात की मांग रखी। अम्बालाल परिहार ने शिवाजी नगर गांधी स्कूल के आगे नन्हे बच्चों की सुरक्षा के लिए सिपाही तैनात करने की मांग की। उन्होंने कहा कि यहां से भारी वाहन गुजरते है, जो हादसे का कारण बन सकते है। इनके अलावा अशोक गुर्जर, डिम्पलसिंह, बंशीलाल सोनी, ममता माली, आदिल समेत सदस्यों ने अपने सुझाव रखे।
मालखाने का किया निरीक्षण
आईजी ने कोतवाली परिसर में मालखाना, अनुसंधान केंद्र, एचएम, कम्प्यूटर कक्ष समेत शाखाओं का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान एसपी मोनिका सेन, एएसपी रामेश्वरलाल, नरेंद्र चौधरी, डीएसपी रतन देवासी, भीनमाल डीएसपी हिम्मत चारण, आहोर डीएसपी मुकेश कुमार, सीए अशोक कुमार, कोतवाल राजेन्द्रसिंह राजपुरोहित समेत पुलिस अधिकारी मौजूद थे।