जालोर. राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जिला कलक्टर निशान्त जैन ने बुधवार को महिला एवं बाल विकास विभाग व एकलव्य फाउण्डेशन के संयुक्त तत्वावधान में कलेक्ट्रट सभागार में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय राजेन्द्र नगर जालोर एवं अपनी पाठशाला की बालिकाओं के साथ संवाद कर उनका हौसला बढ़ाया।
कार्यक्रम के दौरान जिला कलक्टर निशान्त जैन ने छात्राओं को राष्ट्रीय बालिका दिवस की शुभकामनाएँ प्रेषित करते हुए उनसे बातचीत कर उन्हें अपने आस-पास अच्छाईयों से सीख एवं प्रेरणा लेते हुए मेहनत कर आगे बढ़ने को लेकर प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि लगन व मेहनत से जीवन में ऊँचाईयों को हासिल किया जा सकता हैं। उन्होंने बच्चियों को शारीरिक व मानसिक रूप से मजबूत बनने एवं जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने बालिकाओं से चर्चा करते हुए उन्हें शिक्षित एवं सशक्त बनने की बात कही। उन्होंने कहा कि शिक्षा में बड़ा सामर्थ्य है साथ ही शिक्षित बालिका अपने अधिकारों व कर्तत्व के प्रति जागरूक भी बनती है। उन्होंने कहा कि स्वावलम्बन के लिए शिक्षित होना बहुत जरूरी है।
उन्होंने बालिकाओं को सफलता के टिप्स देते हुए कहा कि सबसे पहले आप जिस भी कक्षा में है उसकी किताबो को अच्छे से समझकर पढ़े। असफलताओं से घबराए नहीं, सफलता के लिए सदैव प्रयासरत रहे। उन्होंने बालिकाओं को अपनी क्षमताओं को पहचानकर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया साथ ही हिंदी और अंग्रेजी भाषाओं को पकड़ बनाने की बात कही।
महिला एवं बाल विकास विभाग के उप निदेशक अशोक विश्नोई ने बालिकाओं से कहा कि सतत् पढ़ाई बेहद जरूरी है तथा बुनियाद मजबूत होगी तभी ईमारत भी बनेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा ही सबसे बड़ा सामर्थ्य है, शिक्षित बालिका ही अपने अधिकारों व कर्तव्य के प्रति जागरूक रहती है इसलिए स्वावलंबन के लिए जागरूक होना बेहद जरूरी है।
जेण्डर स्पेशलिस्ट द्रौपदी भण्डारी ने बालिकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाने के उद्देश्य एवं महत्व के विषय में जानकारी दी। इस अवसर परामर्शदाता तरुणा दवे, एकलव्य फाउंडेशन के पी.बी.सैन, भरत, रविन्द्र सहित विभागीय कार्मिक एवं स्कूली बालिकाएँ उपस्थित रही।
राष्ट्रीय बालिका दिवस पर प्रतिभावान बालिकाओं को किया सम्मानित
समग्र शिक्षा अभियान के तत्वावधान में जिला मुख्यालय पर स्थित अतिरिक्त जिला परियोजना कार्यालय में राष्ट्रीय बालिका दिवस का समारोह आयोजित किया गया। समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रमुख राजेश कुमार उपस्थित रहे तथा अध्यक्षता मुख्य जिला शिक्षाधिकारी मनोहरलाल मीणा ने की।
समारोह में जिला प्रमुख राजेश कुमार ने कहा कि आज के दौर में लड़कियाँ लड़कों से किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है चाहे वह शिक्षा, स्वास्थ्य, एवीएशन, मीडिया या अन्य क्षेत्र हो, हर क्षेत्र में लड़कियां अपना परचम फहरा रही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय बालिका दिवस बालिकाओं के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने और बालिकाओं के सशक्तीकरण व अधिकारों को बढावा देने के लिए मनाया जाता है।
मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी मनोहरलाल मीना ने संबोधित करते हुए कहा कि बेटियां किसी भी दृष्टिकोण से किसी भी क्षेत्र कम नहीं है। बालिकाओं को पढ़-लिखकर देश, समाज और अपने गांव का नाम रोशन करना चाहिए। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक भैराराम चौधरी ने कहा कि बालिकाओं को आगे बढ़कर साक्षरता के क्षेत्र में जिले को निचले पायदान से ऊपर लाने के लिए बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाने की बात कही।
अतिरिक्त जिला परियोजना समन्वयक श्रीराम गोदारा ने कहा कि इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य नारी शक्ति को जागरूक करते हुए महिलाओं को आत्म निर्भर बनाने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना है, इसके लिए शिक्षित बालिकाओं द्वारा आगे जाकर अपने अधिकारों एवं आत्मरक्षा के क्षेत्र में कार्य करने का आह्वान किया। समारोह के दौरान समग्र शिक्षा अभियान के तहत जिला स्तर पर जिले के अलग-अलग ब्लॉकों की 100 प्रतिभावान बालिकाओं को प्रशस्ति पत्र एवं मोमेण्टो प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही बालिका शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले कार्मिकों को भी प्रशस्ति पत्र व मोमेण्टो प्रदान कर प्रोत्साहित किया गया। कार्यक्रम में मंच संचालन कार्यक्रम अधिकारी हिंगलाजदान एवं व्याख्याता प्रियंका शर्मा ने किया। कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षाधिकारी रमेश खोरवाल, डाइट व्याख्याता शांतिलाल दवे, कार्यक्रम अधिकारी नरसिहगिरी गोस्वामी, रमेश कुमार, देवेशसिंह दुआ, केवाराम, मदनलाल गहलोत ने उपस्थित रहे।