- विवाद बढ़ता देख पुलिस व प्रशासन ने प्रतिनिधिमंडल से की समझाइश
जालोर. अयोध्या में मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जालोर शहर में भी कई स्थानों पर भगवा ध्वज फहराए गए। शहर में एक पोल पर लगे एक ध्वज को लेकर मंगलवार दोपहर को विवाद हो गया। एक पक्ष ने पोल पर लगे ध्वज को हटाने की मांग रखी तो दूसरे पक्ष के लोग भी एकत्रित हो गए। इस कारण पुलिस को मौके पर आकर मामला सम्भालना पड़ा। दोनों पक्षों के बीच काफी देर तक नारेबाजी भी हुई। बाद में पुलिस प्रशासन ने दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की तो वे बोले बच्चे थे आवेश में आ गए, जालोर शहर की सद्भावना को बिगड़ने नहीं देंगे। तब जाकर पुलिस ने भी राहत की सांस ली।
यह था मामला
जालोर शहर में जितनी पुरानी पोल (पोळ) है, उनकी पुरातत्व विभाग की ओर से मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। शहर के पुराने कोतवाली थाना क्षेत्र में प्रवेश के दौरान एक पोल बनी हुई है, जिनकी मरम्मत की तैयारी की जा रही है, उसके लिए बल्लियां लगाई हुई है। पोल पर लगी बल्लियों पर श्रीराम प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर कार्यकर्ताओं ने एक भगवा ध्वज फहरा दिया था। उस पोल के भीतर परकोटे में एक मस्जिद भी बनी हुई है।
कुछ युवाओं ने मंगलवार को पुलिस को उस पोल से भगवा ध्वज उतारने की मांग रखी। यह बात दूसरे पक्ष को पता चल गई, इस कारण दूसरे पक्ष के लोग बड़ी संख्या में एकत्रित हो गए। भीड़ जमा को देख दोनों पक्षों के बीच नारेबाजी शुरू हो गई। तनाव बढ़ता देखत बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता व अधिकारी पहुंचे। सभी से समझाइश की गई। उसके बाद दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की गई, जिसमें दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि बच्चे थे आवेश में आ गए, शहर की शांति व्यवस्था को बिगड़ने नहीं देंगे, आपसी भाईचारा कायम रहेगा। जिस पर पुलिस व प्रशासन के अधिकारियों ने राहत की सांस ली।
इनका कहना है…
एक पक्ष कुछ युवाओं ने कहा था कि यह मोहर्रम पोल है, ध्वज हटाना पड़ेगा। इस कारण एकबारगी तनाव की स्थिति बन गई थी। बाद में दोनों पक्षों के प्रतिनिधिमंडल से चर्चा कर शांति बहाल की गई।
– रतन देवासी, पुलिस उप अधीक्षक, जालोर