जालोर. प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय राजयोग केंद्र शिवाजी नगर जालोर में गुरुवार को ब्रह्मा बाबा के 55 वें स्मृति दिवस पर आयोजित कार्यक्रम के अंतर्गत प्रात: 11 बजे ब्रह्मा वत्सो द्वारा साइलेंस मेडिटेशन किया गया।
दोपहर 12 बजे राजयोग केंद्र की मुख्य संचालिका बीके रंजु दीदी ने अव्यक्त दिवस पर ज्ञान मुरली सुनते हुए कहा कि हर व्यक्ति को बाबा समान मधुर व्यवहार के साथ निरहंकारी अवस्था में रहने का संदेश दिया। ब्रह्मा बाबा एक विशेष आत्मा थे, जिन्होंने एक इंसान के रूप में सबसे विशेष भूमिका निभाई। ब्रह्मा बाबा में त्याग का अद्वितीय गुण था चाहे वह भौतिक धन हो , प्रसिद्ध हो या आराम हो ब्रह्मा बाबा ने शिव बाबा की निर्देशों अपना सर्वस्व त्याग दिया। उनका व्यक्तित्व बहुत शाही अंदाज में था। ब्रह्मा बाबा जगत पिता होने के कारण दया से भरपूर थे। बाबा ने अपने अंतिम दिनों में अपने जिम्मेवारियों से विमुख हो बड़ी दादियों को कार्य बताते हुए मधुबन माउंट आबू में रहे। निर्विकारी, निरहंकारी ,निराकारी स्थिति में रहने का बाबा ने अंतिम संदेश ब्रह्मा वत्स को दिया। बाबा के जीवन पर बीके रंजू दीदी ने विस्तृत संबोधन दिया। इसके पश्चात राजयोग केंद्र पर लेटा, बिशनगढ़, नीम्चंबलाना,चांदराई, व जालोर शहर से बड़ी संख्या में भाई-बहने पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि में शामिल हुए ।
ब्रह्मा बाबा को भोग स्वीकार कराया गया। इसके बाद बीके रंजू, बीके शिल्पा, बीके रिंकू पोकरण ,बीके ज्योति, बीके सौभाग्य भाई उड़ीसा, डॉ डीसी पुंसल, इं. भवानी शंकर गौड़, कांतिलाल, समर्थ राम, ललित सुथार, हनुमान राम, उगम भाई, इंजीनियर राकेश मीणा, कुंभाराम भाई, विकास भाई, सांवलाराम ,मोहन प्रजापत ,इंजीनियर बी एल सुथार, गुड़िया बहन, सुनीता नर्सिंग ऑफिसर ,सूरज ,संतोष, नीतू ,मेथी आशा माता, उर्मिला, भावना, मिश्री माता, साईति लेटा, मोहिनी माता ने पुष्पांजलि अर्पित की ।
श्रद्धांजलि की समापन पर पधारी बीके रिंकू बहन ने सभी भाई बहनों का आभार व्यक्त कर धन्यवाद प्रेषित किया और कहा कि ब्रह्मा बाबा को सच्ची श्रद्धांजलि यही होगी जब हम उनके चरित्र को अपने आचरण में लाए तो विश्व कल्याण की तरफ अग्रसर हो सकेंगे।