- जालोर जिले के आकोली में भामाशाह द्वारा निर्मित सरकारी भवन के लोकार्पण समारोह में कही बात
जालोर. जालोर विधायक व राजस्थान विधानसभा में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने एक बार फिर से अधिकारियों की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं। बुधवार को जालोर जिले के आकोली में भामाशाह द्वारा निर्मित सरकारी स्कूल के भवन का लोकार्पण समारोह था। इस दौरान मंच पर उप मुख्यमंत्री डॉ प्रेमचंद बैरवा व शिक्षा मंत्री मदन दिलावर भी बैठे थे।
इस दौरान सम्बोधित करते हुए जोगेश्वर गर्ग ने कहा कि हमारे क्षेत्र में भामाशाह खूब है और काम भी खूब करते है, लेकिन अधिकारियों की ओर से रिश्वत मांगकर काम अटका दिए जाते हैं। अधिकारी उम्मीद करते है कि भामाशाह हमें देंगे क्या।
गर्ग ने आहोर की स्कूल का जिक्र करते हुए बताया कि आहोर की उस स्कूल में जहाँ उन्होंने पांच साल तक पढ़ाई की, उस स्कूल का भवन भामाशाह ने आज से 70 साल पहले बनाकर दे दिया था, सरकार को भवन समर्पित करने गए तो उस जमाने में उनसे अधिकारियों ने छह हजार रुपए रिश्वत मांगी गई थी, इसलिए आज भी डिस्प्यूट में पड़ा हुआ है , समर्पित नहीं हुआ। यह कटु सत्य है। यह केवल शिक्षा विभाग नहीं बल्कि बाकी विभागों में भी ऐसा होता है। सरकार कोई भी रही हो, हमारी भी तीन बार रही है। अधिकारी को लगता है कि भामाशाह आया है तो कुछ न कुछ देकर जाएगा, हमें इस मानसिकता को बदलने की आवश्यकता है। हम सभी की मानसिकता बदले तो सबकुछ भामाशाह देने को तैयार है, हमें उनको माहौल देने की जरूरत है। गर्ग ने दावा कि अब कांग्रेस वापस कभी राजस्थान में नहीं आएगी। मंच पर जिला कलेक्टर निशान्त जैन, एसपी मोनिका सेन व शिक्षा विभाग के अधिकारी भी बैठे थे। गर्ग की ओर से लगाये गए आरोपों से आहत भामाशाह जितेंद्र जैन ने उसके बाद माइक पकड़कर बोला कि उन्हें किसी भी अधिकारी की ओर से परेशान नहीं किया गया है, बल्कि कलेक्टर निशान्त जैन ने उनका खूब सहयोग किया है।