- 16 दिसम्बर से 26 जनवरी तक जिले में विकसित भारत संकल्प यात्रा का आयोजन
जालोर. केन्द्र सरकार द्वारा हर पात्र व्यक्ति को सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए 16 दिसम्बर से विकसित भारत संकल्प यात्रा की शुरूआत की जायेगी।
विकसित भारत संकल्प यात्रा के तहत 16 दिसम्बर से 26 जनवरी तक प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, आयुष्मान भारत, प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना, आयुष्मान आरोग्य मंदिर योजना, प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान, राष्ट्रीय सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन मिशन, दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, पीएम आवास योजना (ग्रामीण), पीएम उज्ज्वला योजना, पीएम मुद्रा लोन, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा, सौभाग्य योजना, स्टार्टअप इण्डिया, स्टेडअप इण्डिया, प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना, स्वामित्व योजना, प्रधानमंत्री पोषण योजना, जनधन योजना, पीएम किसान सम्मान निधि योजना, किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी), पीएम पोषण अभियान, हर घर जल-जल जीवन मिशन, जीवन ज्योति बीमा योजना, सुरक्षा बीमा योजना, अटल पेंशन योजना सहित अन्य योजनाओं का प्रचार-प्रसार करने के साथ ही विभिन्न विभागों द्वारा जिले के हर पात्र व्यक्ति को इन योजनाओं से लाभांवित किया जायेगा। संकल्प यात्रा लोगों तक स्वच्छता सुविधाएं, आवश्यक वित्तीय सेवाएं, बिजली कनेक्शन, एलपीजी सिलेंडर तक पहुंच, गरीबों के लिए आवास, खाद्य सुरक्षा, उचित पोषण, विश्वसनीय स्वास्थ्य देखभाल और स्वच्छ पेयजल इत्यादि जैसी कल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुँचाने पर केंद्रित रहेगी।
पंचायतीराज विभाग द्वारा संचालित मुख्य फ्लैगशिप योजनाएँ, स्वामित्व योजना
केन्द्र सरकार के भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा स्वामित्व योजना संचालित की जा रही है। इस फ्लैगशिप योजना के तहत ग्रामों के आबादी क्षेत्रों का डिजिटल मानचित तैयार किया जाता है। इस योजना में गांवों के आबादी क्षेत्र का ड्रोन द्वारा सर्वे कर 1.0 नक्शा भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा जारी किया जाता है। नक्शे को ग्राम पंचायत को भेजकर उसका सर्वे किया जाता है। ग्राम पंचायत द्वारा सर्वे कर पुनः नक्शे व डाटा को भारतीय सर्वेक्षण विभाग को भेजा जाता है।
भारतीय सर्वेक्षण विभाग द्वारा 1.0 नक्शे व डाटा को प्राप्त कर पुनः 2.0 नक्शा जारी किया जाता है जिसे ग्राम पंचायत द्वारा 2.0 नक्शे को प्राप्त कर राजस्थान पंचायतीराज नियम 1996 के प्रावधानों के तहत एक माह का अनापत्ति नोटिस जारी कर ग्रामीणों से आपत्ति मांगी जाती है। ग्रामीणों द्वारा कोई आपत्ति नहीं दर्ज कराने पर ग्राम पंचायत द्वारा अपने आबादी क्षेत्र में पट्टे से वंचित परिवार को राजस्थान पंचायतीराज नियम 1996 के प्रावधानों के तहत कब्जे (स्वामित्व) की आबादी भूमि का विधिक दस्तावेज प्रोपर्टी कार्ड जारी किया जाता है। राज्य सरकार की पंचायतीराज विभाग व राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त संचालित किया जाता है।
प्रधानमंत्री आवास योजना
केन्द्र सरकार द्वारा 1 अप्रेल, 2016 से प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण प्रारंभ की गई है जिसमें आवासहीन परिवारों वरियता क्रम व श्रेणीवार आवास स्वीकृति किये जाता है।
इस योजना के तहत आवेदक का फोटो, सीबीएम बैंक खाता पास बुक की फोटो प्रति, प्रस्तावित निर्माण की जमीन से संबंधित विवरण की प्रति, नरेगा जॉब कार्ड की फोटो प्रति, आधार कार्ड की फोटो प्रति मय सहमति, मोबाईल नंबर से जांच कर आवास स्वीकृत किया जाता है। योजना में कुल 1 लाख 20 हजार अनुदान राशि किश्तवार लाभार्थी के बैंक खाते में पीएफएमएस प्रणाली से सीधे ही जमा की जाती है जिसमें प्रथम किश्त 15 हजार, द्वितीय किश्त 45 हजार व तृतीय किश्त 60 हजार की राशि का अवास निर्माण की प्रगति के अनुसार भुगतान किया जाता है।
योजना के तहत कम से कम 25 वर्गमीटर (269 वर्गफीट) क्षेत्रफल में आवास मय स्वच्छ रसोई का निर्माण 1 वर्ष में पूर्ण करने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त स्वच्छ भारत मिशन योजना में लाभार्थी को शौचालय बनाने के लिए 12 हजार रूपये की राशि अनुदान के रूप में देय है।
निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को उपचार के साथ प्रतिमाह 500 रूपये देय
केन्द्र सरकार द्वारा नेशनल टयूबरक्लोसिस एलिमिनेशन प्रोग्राम (एनटीईपी) संचालित किया जाता रहा है जिसके तहत प्रत्येक ग्राम पंचायत में 2 सप्ताह से अधिक खांसी वाले संभावित टीबी वाले रोगियों के बलगम की जांच के लिए नजदीकी जांच केन्द्र पर रेफर किया जाता है। ग्राम पंचायत में जो भी टीबी मरीज है, उनको निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रूपये प्रतिमाह देय है। निक्षय मित्रों द्वारा स्थानीय टीबी मरीजों को निक्षय पोषण किट प्रदान किये जाते है।
चिकित्सा विभाग करेगा सिकल सैल एनीमिया की जांच
चिकित्सा विभाग द्वारा जिले में 16 दिसम्बर से 26 जनवरी तक संचालित विकसित भारत संकल्प यात्रा के दौरान सिकल सैल एनीमिया के संभांवित रोगियों की जांच की जायेगी।
सिकल सैल एनीमिया एक आनुवांशिक रोग है जिसमें खून की कमी हो जाती है। आरबीसी की सेफ एवं लाइफस्पेन कम हो जाता है। खून की कमी वाले सभी लक्षण जैसे-श्वास फूलना, जोड़ों व छाती में दर्द होना व जल्दी थम जान आदि मरीजों में प्रकट होते हैं। इस रोग के बारे में मरीज के रक्त की जांच की जाती है। इस रोग की रोकथाम के लिए जेनेटिक काउंसलिंग द्वारा लोगों को जागरूक करने का कार्य किया जाता है।
आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट में रहेगा मेडिकल रिकॉर्ड
केन्द्र सरकार द्वारा हेल्थ आईडी कार्ड आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) की शुरूआत की गई है इसमें 14 अंकों की एक पहचान संख्या होती है। यह एक डिजिटल कार्ड होता है जिसमें डिजिटली व्यक्ति के सारे मेडिकल रिकॉर्ड सेवा करके रखे जाते है। इस कार्ड से व्यक्ति के बीमार होने की तिथि, चिकित्सक को दिखने, टेस्ट व मेडिकल आदि के बारे में जानकारी रहेगी।
इस आभा कार्ड से भविश्य में व्यक्ति की समस्त मेडिकल रिपोर्टस, दवाओं की पर्चियाँ, ब्लड ग्रुप व चिकित्सक आदि के बारे में जानकारी उपलब्ध हो सकती हैं जिससे मरीज को अपनी पुरानी पर्चियों का हिसाब नहीं रखना पड़ेगा।
आभा आईडी एबीडीएम साइट, निक्षय पोर्टल, एमओ पोर्टल व पोषण ट्रेकर आदि पर बनाई जा सकती है। जिले में एमओ पोर्टल पर अब तक 1 लाख 94 हजार 956 आभा आईडी बनाई जा चुकी है।