- भाजपा ने भीनमाल से लगातार सातवीं बार पूराराम चौधरी व रानीवाड़ा से चौथी बार नारायणसिंह देवल को बनाया प्रत्याशी
जालोर. भारतीय जनता पार्टी ने गुरुवार को तीसरी सूची जारी कर दी। इसमें जालोर जिले की शेष रही दोनों सीटों पर वर्तमान विधायकों को प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतारा है। भीनमाल सीट पर वर्तमान विधायक पूराराम चौधरी को लगातार सातवीं बार प्रत्याशी बनाया है। वहीं विधायक नारायणसिंह देवल को रानीवाड़ा सीट पर लगातार चौथी बार प्रत्याशी घोषित किया है। जालोर संसदीय क्षेत्र की आठों सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी घोषित हो गए हैं। जहां सिरोही की तीनों सीटों पर पुराने चेहरे रिपीट किये हैं, वहीं जालोर जिले की पांचों सीटों में से सांचौर सीट को छोड़कर वर्तमान चारों विधायकों को पुनः मौका दिया गया है। इन चारों सीटों को भाजपा लगातार दो चुनावों से जीतती आ रही है। जबकि सांचौर सीट भाजपा पिछले तीन चुनाव हार चुकी है। इस कारण सांचौर सीट पर चेहरा बदलकर सांसद देवजी पटेल का नाम पहली सूची में जारी कर दिया, लेकिन वहां भी अन्य दोनों दावेदार नाराज चल रहे हैं। इस सूची के बाद तस्वीर साफ हो गई है कि जालोर संसदीय क्षेत्र की 8 में से एक भी सीट पर महिला प्रत्याशी नहीं बनाया गया है, जबकि भाजपा की ओर से भविष्य में महिलाओं को राजनीति में 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान करने का दावा भी किया जा रहा है।
1993 से लगातार पूराराम का दबदबा
भीनमाल सीट पर पहली बार भाजपा ने 1993 में पूराराम चौधरी को उम्मीदवार बनाया था। उस समय चौधरी जीत गए, लेकिन उसके बाद 1998 व 2003 में लगातार पूराराम चौधरी दो बार हार गए, इसके बाद भीनमाल सीट पर हुए परिसीमन का फायदा पूराराम को मिला, वर्ष 2008, 2013, 2018 में लगातार तीन बार पूराराम चौधरी जीते। इस बार पूराराम चौधरी को टिकट को लेकर मेहनत भी करनी पड़ी, लेकिन पार्टी ने पुनः उन्हें टिकट दे दी है।
रानीवाड़ा चौथी बार देवल को मौका
रानीवाड़ा सीट पर वर्ष 2008 में नारायणसिंह देवल को पहली बार भाजपा ने टिकट दी थी, जिसमें देवल हार गए थे, लेकिन वर्ष 2013 व 2018 में देवल जीतने में कामयाब रहे। इस बार भाजपा की परिवर्तन संकल्प यात्रा के दौरान रानीवाड़ा में भाजपा दो धड़ों में बंटी नजर आई, इसे देखते हुए नारायणसिंह को भी थोड़ी मेहनत करनी पड़ी, अंततः देवल पर भाजपा ने लगातार चौथी बार भरोसा जताया है।
ये प्रत्याशियों की स्थिति
स्थान | प्रत्याशी और उनका चुनाव बार |
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जालोर | जोगेश्वर गर्ग – लगातार दूसरी बार (कुल छठी बार) |
भीनमाल | पूराराम चौधरी – लगातार सातवीं बार |
रानीवाड़ा | नारायणसिंह देवल – लगातार चौथी बार |
आहोर | छगनसिंह राजपुरोहित – लगातार दूसरी बार |
सिरोही | ओटाराम देवासी – लगातार चौथी बार |
रेवदर | जगसीराम कोली – लगातार पांचवी बार |
आबू पिंडवाड़ा | समाराम गरासिया – लगातार तीसरी बार (कुल 4 बार) |