- रामलाल ने कहा पांच को टिकट नहीं बदला तो छह को निर्दलीय आवदेन करूंगा
जालोर. जालोर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी रमिला मेघवाल को टिकट दिए जाने के बाद रामलाल मेघवाल समेत दावेदारों ने गुरुवार को सायला में महापंचायत कर स्थानीय को टिकट देने की मांग की। साथ ही पांच नवम्बर तक टिकट नहीं बदलने पर पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल ने छह नवम्बर को निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन भरने की घोषणा की। रामलाल मेघवाल के नाम की घोषणा पूर्व प्रत्याशी रही मंजू मेघवाल ने की। जिसके बाद रामलाल ने खड़े होकर हामी भरी।
इससे पहले कार्यक्रम को संबोधित करते पूर्व विधायक रामलाल मेघवाल ने कहा कि हमें यह बताया गया था कि सर्वे में जो जिताऊ है उसको टिकट मिलेगी यही हाईकमान का निर्णय रहेगा और यह फॉर्मूला तय किया गया है, लेकिन जिसका कहीं नाम नहीं है उनको टिकट दे दिया गया।
रामलाल मेघवाल ने कहा कि मुझे पूर्व विधायक के नाते सरकारी सुविधा मिलती है, करीब पचास हजार पेंशन मिल रही है, दवाइयां मिल जाती है, अधिकारी भी आदर सम्मान दे देते है, लेकिन अकेले चुनाव लड़ना आसान नहीं है। इतना खर्च झेलना अभी मेरी क्षमता नहीं है। ऐसे में मुझे अगर निर्दलीय चुनाव लड़वाना है तो झोली में नोट के साथ मतपेटी में वोट दोनों को ध्यान में रखना होगा। पूरा भरोसा दिलाओ तभी मैं कदम उठा पाऊंगा। पूर्व प्रत्याशी मंजू मेघवाल ने कहा कि यह सभा कांग्रेस के खिलाफ नहीं है बल्कि यह तो स्थानीय प्रत्याशी को टिकट की मांग को लेकर है। हमने 5 नवम्बर तक पार्टी हाईकमान से टिकट बदलने की मांग की है। उन्होंने कहा कि आज इस महापंचायत में हमने उन्हीं को बुलाया जो कांग्रेस वर्कर है जो कांग्रेस को जिंदा रखे हैं। मंजू ने कहा कि आज बात हमारे स्वाभिमान की है। पांच साल तक मेहनत हम करें, सरकार की योजनाओं का प्रचार प्रसार हम करें, कांग्रेस की वफादारी हम करें और अंत में पकाई फसल कोई और काटे यह हमें मंजूर नहीं।
उन्होंने कहा कि कुछ गलती हमारी भी है कि हम आपस में तालमेल नहीं बिठा पाए। मंजू मेघवाल ने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि कुछ लोग नहीं चाहते कि जालोर की सीट निकले क्योंकि सीट निकल गई तो उनकी दलाली बंद हो जाएगी। उन्होंने कहा कि जालोर में कुछ लोग ऐसे बैठे हैं जो कांग्रेस को खत्म करना चाहते हैं। मंजू मेघवाल ने कहा कि हम न तो किसी की धमकी से डरने वाले हैं और न ही किसी के पैर पकड़ेंगे। कार्यक्रम को कई वक्ताओं ने संबोधित किया। इस दौरान नरेन्द्र सिंह चुरा, परबत सिंह कतरोसन, जयन्तिमल जैन, हस्तीमल, जुहार सिंह आलासन, छेलसिंह जीवाणा, छेलसिंह वैरठ, इंदु परिहार, उषा सोलंकी,भरत मेघवाल, दीपाराम मेघवाल, पुखराज मेघवाल समेत कई मौजूद रहे।