दिलीप डूडी, जालोर. भाजपा ने दूसरी सूची में आहोर विधानसभा सीट पर भी प्रत्याशी की घोषणा कर दी है। पिछले पैंतीस सालों में भाजपा ने आहोर सीट पर पहली बार सीटिंग विधायक या प्रत्याशी को रिपीट किया है। इस बार वर्तमान विधायक छगनसिंह राजपुरोहित को भाजपा ने दुबारा मैदान में उतारा है। पिछली बार वर्ष 2018 में त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा ने यह सीट करीब 31 हजार मतों से जीती थी। इस बार फिलहाल सीधा मुकाबला होने की संभावना है।
बसपा ने बनाया था त्रिकोणीय मुकाबला
भारतीय जनता पार्टी की ओर से वर्ष 1993 में रणजीतसिंह को यहां से उतारा था, वो हार गए थे। उसके बाद 1998 में भाजपा के महेंद्र पुरोहित भी हार गए थे। वर्ष 2003 में भाजपा ने शंकरसिंह राजपुरोहित को यहां से प्रत्याशी बनाया था, जिन्होंने भाजपा को पहली जीत दिलाई थी, उसके बाद 2008 में भाजपा ने चिरंजीलाल दवे को प्रत्याशी बनाया था, जो भगराज चौधरी के सामने बुरी तरह से हार गए थे। वर्ष 2013 में भाजपा ने फिर से शंकरसिंह राजपुरोहित को टिकट दिया, जिसमें वो जीत गए, 2018 में भाजपा ने छगनसिंह राजपुरोहित को टिकट देकर मैदान में उतारा। इस दौरान बसपा ने भी मैदान में पंकज मीणा को उतारा था, मीणा करीब 22 हजार से अधिक मत लाए। इस त्रिकोणीय मुकाबले में भाजपा करीब 31 हजार मतों से जीती थी। अब फिर से भाजपा ने छगनसिंह राजपुरोहित को मैदान में उतारा है। यह पहला मौका है जब बीजेपी ने रिपीट किया है।
बड़े मुद्दे बन सकते है चुनौती
आहोर विधानसभा क्षेत्र में कई बड़े मुद्दे इस बार दोनों पार्टियों के लिए चुनौती बन हुए हैं। आहोर से रोहिट रोड की हालत को लेकर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने धरना प्रदर्शन किया था, जिससे टोल तो फ्री हो गया, लेकिन सड़क के हालात नहीं सुधर पाए। उसके अलावा जवाई बांध के पानी पर हक तय करने को लेकर भी ठोस निर्णय नहीं हो पाया। छगनसिंह का कहना है कि विपरीत सरकार के दौरान उन्होंने आवाज खूब उठाई, लेकिन सरकार ने सहयोग नहीं दिया। इस बार इस कमियों को पूरा करने का प्रयास किया जाएगा।
कार्यालय से पैदल जाकर मंदिर में किये दर्शन
टिकट की घोषणा के दौरान छगनसिंह आहोर कार्यालय में बैठे थे। वे टिकट में नाम सुनते ही कार्यालय से आहोर चामुंडा माता मंदिर में दर्शन के लिए रवाना हुए। पैदल जाकर दर्शन किये और फिर कार्यालय पहुंचे। कार्यालय पर कार्यकर्ताओं ने एक दूसरे का मुंह मीठा करवाकर टिकट की खुशी व्यक्त की। समर्थकों ने छगनसिंह को माला पहनाकर अभिनंदन किया।