- राजपुरोहित महासम्मेलन में उठी मांग, प्रदेश में पांच टिकट की मांग की
- भीनमाल में आयोजित हुआ राजपुरोहित समाज का महासम्मेलन
- हजारों की संख्या में जुटे समाज के लोग
जालोर. जिले के भीनमाल उपखंड मुख्यालय पर रविवार को राजपुरोहित समाज का महासम्मेलन आयोजित हुआ। जिसमें बड़ी संख्या में समाजबंधुओं ने भाग लिया। वक्ताओं ने इशारों में कहा कि भले ही हमारे माथे कम है अर्थात जनसंख्या कम है, लेकिन माथों में दम है। कार्यक्रम को लेकर पिछले कई दिनों से समाज के लोग दिन रात एक कर सफल बनाने के लिए जी जान जुटे रहे। इसी का परिणाम है कि बड़ी संख्या में समाज के लोगो ने शिरकत की।
कार्यक्रम में कई वक्ताओं ने मंच से राजपुरोहित समाज को राजनीति में उचित प्रतिनिधित्व देने को लेकर दोनों पार्टियों से आव्हान किया। वक्ताओं ने कहा कि प्रदेश में राजपुरोहित समाज बड़ी संख्या में है, लेकिन मात्र एक सीट आहोर पर टिकट दिया जा रहा है। जबकि समाज कई जिलों में अपना वर्चस्व रखता है ऐसे में राजपुरोहित समाज को दोनों राष्ट्रीय दल बीजेपी और कांग्रेस पांच पांच टिकट दे। साथ ही लोकसभा में टिकट की मांग की। वक्ताओं ने कहा कि अब हम केवल किसी का वोट बैंक बनकर नहीं रहेंगे। हम पार्टियों के पीछे नहीं जाएंगे पार्टी टिकट के लिए हमारे पास आएगी। कार्यक्रम में वक्ताओं ने समाज को एकजुट रहकर आगे बढ़ने व शिक्षा के क्षेत्र में युवाओं को, बालिकाओं को अधिक से अधिक आगे बढ़ाने की बात कही। कार्यक्रम के अंत में एक संकल्प पत्र भी पढ़ा गया जिसमें 11 तरह की मांग की गई है। जिस पर समाज के लोगो ने सहमति जताई। कार्यक्रम में आगामी दिनों में एक कमेटी बनाने की बात भी कही गई। कार्यक्रम का संचालन रमेश राजपुरोहित मेड़ा ने किया।
सबको साथ लेकर चलता है राजपुरोहित समाज
आहोर विधायक छगनसिंह राजपुरोहित ने संबोधित करते हुए कहा कि आगामी समय में राज्य में चुनाव नजदीक है इसलिए मैं मंच से राजनीति की भी बात करूंगा। उन्होंने कहा कि राजपुरोहित समाज से आहोर में मुझे टिकट मिला। इसके बाद 36 कॉम में भरोसा जताया और विधानसभा पहुंचाया। लोगो ने समाज पर भरोसा किया क्योंकि राजपुरोहित समाज सभी को साथ लेकर चलता है। विधायक ने कहा कि मैने विधानसभा में खेताराम महाराज की जयंती पर एक दिन अवकाश की मांग की, लेकिन समाज के अन्य नेताओं से सहयोग नहीं मिला। सभी ने विधायकों व मंत्रियों पर दबाव बनाया होता तो राज्य सरकार एक दिन की छुट्टी घोषित करने को मजबूर होती। उन्होंने कहा कि आत्मानंद महाराज जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में काफी काम किया उनके नाम से भी पुरस्कार की घोषणा करे इस बात को भी मैने विधानसभा में उठाया था।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रताप पुरोहित ने कहा कि अब समाज को जागने की नहीं कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हमे राजनीति में आगे बढ़ना है तो हार से डरने की जरूरत नहीं है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुनील पुरोहित ने कहा हमें मांग करनी पड़ेगी कि सभी समाजो की तर्ज पर सरकार राजपुरोहित कल्याण बोर्ड भी बनाए जिसके लिए समाज को पुरजोर मांग करनी पड़ेगी। साथ ही समाज के नाम जमीन का आवंटन सरकार से कराने की मांग की बात कही। शिक्षा के क्षेत्र में समाज को आगे बढ़ने की बात कही।
पाली कांग्रेस नेता महावीर सिंह सुकरलाई ने कहा कि हमारा समाज संगठित है, लेकिन राजनीति में हमारी यह स्थिति क्यों बनी इसके लिए हमे चिंतन और मनन की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें यह सोचना पड़ेगा कि हमें विधानसभा में केवल एक टिकट ही क्यों दी जा रही है कैसे हमें वो संख्या बढ़कर दस पर पहुँचे क्यों राज्यसभा और लोकसभा में हमारा प्रतिनिधित्व नहीं है इस पर विचार करना पड़ेगा। कार्यक्रम को पाली कांग्रेस के पूर्व जिलाध्यक्ष व पशुपालन बोर्ड के उपाध्यक्ष चुन्नीलाल चाड़वास ने कहा कि जो व्यक्ति लंबे समय से राजनीति में सक्रिय हैं समाज के लिए भी काम कर रहा है उचित समय आने पर उसके लिए पैरवी हो राजनीति में टिकट का समय आए तो उसे प्राथमिकता मिले। उन्होंने मंच से नाराजगी जताते हुए कहा कि समाज के नाम एक दिन देने की बात तो हम सब कहते हैं लेकिन आज सम्मेलन में हम सब चार घंटे भी नहीं देते हैं तो विधायक और सांसद कैसे दे पाएंगे। हरचंद पुरोहित ने कहा कि हमें किसी के पीछे चलने की जरूरत नहीं। उन्होंने रतन देवासी व जीवाराम चौधरी का उदाहरण देते हुए इनके जैसे नेता बनने की अपील भी की। इस दौरान पूर्व निशक्त जन आयुक्त धनाराम पुरोहित, पूर्व प्रधान धुखाराम पुरोहित, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष लीला राजपुरोहित, हरचंद पुरोहित सांचौर, थान सिंह डोली सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।