जालोर. राजस्थान किसान संघर्ष समिति की यात्रा पुनः जालोर जिले में प्रवेश कर रही है। युवाध्यक्ष जयन्त मूंड ने बताया कि यात्रा के 15 वे दिन जालौर विधानसभा में प्रवेश करेगी और आगे बालोतरा जिले की ओर प्रस्थान करेगी। उन्होंने बताया कि संगठन ने अब तक 710 किलोमीटर,184 ग्रामसभाएं व 08 बड़ी ट्रेक्टर रैली करके गांव-गांव में किसानों व आमजन को जाग्रत किया है। समिति के संयोजक विक्रमसिंह पूनासा की छोटी बहन की दुर्घटना में मृत्यु होने पर माही जलक्रांति यात्रा को 03 दिन रोका गया था, जिसके बाद पुनः यात्रा विशाला गांव से शुरू हुई, जहां भव्य किसान सम्मेलन किया गया। जिसमें प्रभारी रूपसिंह राजपुरोहित द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
इसके साथ ही रूपसिंह, जोरसिह, जोगाराम, नागराज,रामलाल राजपुरोहित, कालू सिंह, हरिसिंह, किशोर सिंह राजपूत,गणेश प्रजापत,विना चौधरी, गिरधारी सुथार आदि ने स्वागत किया। इसके बाद यात्रा, कानीवाड़ा, छिपरवाड़ा, जोगाणी, भाद्राजून, नोरवा, शंखवाली, भूति, कंवला, रोड़ला, बिठूडा, भैंसवाड़ा,
गंगवास, सांकरणा सहित अनेकों गांवों में देर रात्रि तक जनसभाएं हुई। इस यात्रा का नेतृत्व कर रहे अध्यक्ष बद्रीदान नरपुरा व सचिव गिमर सिंह ने कहा कि बरसात व देर रात्रि तक जनसभाएं हो रही है, जिससे प्रतीत हो रहा है कि माही बेसिन के जल को लेकर चल रहा आंदोलन अब क्रांति का रुख ले रहा है। एक दिन ये क्रांति की आवाज सत्ता के गलियारों तक जाएगी और मजबूरन माही का पानी सरकारों को देना पड़ेगा।
इस यात्रा में महिपाल सिंह, मोहनदान, सोहन दान, मणि दान, गोविंद सिंह, भारत दान, कानदान, अमरराम, छोगाराम, गमनाराम, कन्हैया लाल, प्रताप आंजणा, पदमसिंह नोसरा, करण सिंह थांवला रुपसिंह विशाला, पवन कुमार आदि ने जनता को संबोधित किया।
25 सितम्बर को करेंगे ट्विटर पर ट्रेंड
युवाध्यक्ष जयन्त मूंड ने बताया कि अब इस आंदोलन को धरातल के साथ साथ आधुनिक पटल ट्विटर पर भी देश भर में ट्रेंड करवाया जाएगा। इसका हैशटेग #माही_जलक्रांति_यात्रा रखा है जो 25 सितम्बर सुबह 11 बजे से अभियान की शुरुआत की जाएगी। इस ट्रेंड के जरिये देश के प्रधानमंत्री कार्यालय, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, राष्ट्रपति, गृहमंत्री व जल मंत्रालय को टैग करके अपील की जाएगी, साथ ही राजस्थान के सभी पार्टियों के नेताओं, सांसदों व विधायकों से इस मुद्दे पर समर्थन मांगा जाएगा।