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जालोर

डॉटर्स डे पर रोटरी क्लब ने फीमेल ई-लिटरेसी सेंटर के पहले बेच की शुरुआत की

जालोर.

रोटरी क्लब जालोर के तत्वावधान में नेशनल डॉटर्स डे के उपलक्ष्य में इंटरनेट कनेक्शन और सॉफ्टवेर इंस्टालेशन के साथ निःशुल्क फीमेल ई-लिटरेसी सेंटर के पहले बैच की शुरुआत की गयी। जिसमें शुरुआत में दो बैच की 50 बालिकाओं को 90 दिवस का निःशुल्क कंप्यूटर एवं इंग्लिश स्पीकिंग कोर्स करवाया जाएगा।इस मौके पर अध्यक्ष डॉ.पवन ओझा ने कहा कि प्रत्येक समाज को तभी विकसित माना जाता है, यदि समुदाय में बेटियों और महिलाओं की स्थिति स्वास्थ्य, शिक्षा और आर्थिक रूप से बेहतर है, विशेष रूप से दुनिया में कोविड युग के बाद डिजिटल शिक्षा प्रणाली और ई-साक्षरता की जानकारी होना हर बेटी के लिए जरूरी है।

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जालोर भारत में महिलाओं की सबसे कम साक्षरता दर वाला सबसे पिछड़ा जिला है। कम सामाजिक आर्थिक स्तर की बेटियों की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए कंप्यूटर शिक्षा सीखने के लिए, करियर उन्मुख ई-लर्निंग एवं दैनिक जीवन में मोबाइल एवं अन्य गैजेट्स का उपयोग जैसी सुविधाओं की जानकारी प्राप्त करने के लिए ई-साक्षरता केंद्र स्थापित करने की आवश्यकता थी। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आर आई एल एम एडल्ट लिटरेसी प्रोग्राम के तहत रोटरी क्लब जालोर ने इस मिशन की शुरुआत की हैं।

जालोर विकास समिति के सचिव और रोटरी डिस्ट्रिक्ट 3055 के आगामी प्रांतपाल मोहन पाराशर ने सभी बेटियों को राष्ट्रीय बेटी दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए कहा कि एच पी सी एल मित्तल पाइपलाइन्स के सी एस आर प्रोजेक्ट के तहत जालोर विकास समिति के सयुँक्त तत्वावधान में फीमेल ई-लिटरेसी सेंटर की स्थापना की गयी थी। उन्होंने बताया कि इस वर्ष हमारा लक्ष्य लगभग 1500 बेटियों और महिलाओं को करियर उन्मुख पाठ्यक्रम के साथ डिजिटल साक्षर बनाने का हैं।संयोजक इन्दु गोयल ने कहा कि भारत में तो बेटियों की चाह कम होने के वजह से ही अधिकतर भ्रूण हत्या के मामले सामने आते हैं। ऐसे में बेटियों को बचाने, उनके उज्जवल भविष्य के लिए हर साल सितंबर के चौथे रविवार को नेशनल डॉटर्स डे मनाया जाता है।

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पूर्व अध्यक्ष सपना बजाज ने बताया कि यह दिन इस बात की याद दिलाता है कि बेटियां कितनी जरुरी हैं, जहां बेटियों को लंबे समय से बोझ समझा जाता है। ऐसे में नेशनल डॉटर्स डे बेटी-बेटे में हो रहे भेदभाव को खत्म करने और बेटियों को समाज में सम्मान दिलाने के लिए यह दिन बेटियों के सम्मान में मनाया जाता है। इस अनवरत चलने वाले फीमेल ई-साक्षरता मिशन का संयोजक रोटेरियन इन्दु गोयल और रोटेरियन चेतना श्रीमाली को बनाया गया हैं।कार्यक्रम के दौरान सहायक प्रांतपाल तरुण सिद्धावत, क्लब सचिव संजय कुमार ,वरिष्ठ रोटेरियन पुरुषोत्तम पोमल,कानाराम परमार,कैलाश सुथार,गोविंद कुमार,सीनियर सिटीजन के विजय कुमार दवे,ललित कुमार दवे,बी एल सुथार,देवेंद्र नाग,कंप्यूटर प्रशिक्षक अर्चना सेन सहित कई संख्या में बालिकाएँ उपस्थित रही।

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