- जिले की पहली सर्टिफाईड पीएचसी बनी अरबन पीएचसी लालपोल
- गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत निर्धारित 12 क्षेत्रों में श्रेष्ठ कार्य करने पर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लालपोल को मिले 86 फीसदी अंक
जालोर. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के तहत गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत जालोर जिले की शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लालपोल ने निर्धारित समस्त 12 क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करते हुए 86 प्रतिशत अंक प्राप्त कर राष्ट्रीय क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त किया तथा जिले की पहली सर्टिफाइड पीएचसी बनी है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. रमाशंकर भारती ने बताया कि चिकित्सा संस्थानों पर गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के संयुक्त सचिव विशाल चौहान (आईएएस) द्वारा जारी पत्र से सूचित किया कि शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लालपोल गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के तहत निर्धारित समस्त 12 क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करते हुए 86 प्रतिशत अंक प्राप्त किए है तथा राष्ट्रीय क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त जिले का पहला सर्टिफाइड प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बना है।
उन्होंने बताया कि 9 से 10 अगस्त 2023 को राष्ट्रीय स्तर से आए एसेंस्मेंट अधिकारियों द्वारा शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र लालपोल में 12 क्षेत्रों पर निरीक्षण कर जांच की गई। इसमें राज्य स्तर से मैंटर के रूप में आये जिला कार्यक्रम प्रबंधक भवानीसिंह व आयुष चिकित्सक डॉ. विजय कुमार का विशेष सहयोग रहा।
केन्द्रीय दल ने इन 12 बिंदुओं पर किया स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण
डिप्टी सीएमएचओ डॉ. भजनाराम ने बताया कि भारत सरकार द्वारा गठित दल ने यूपीएचसी लालपोल का निर्धारित मापदंड अनुसार 12 बिंदुओं पर निरीक्षण किया गया, जिसमें पट्टी कक्ष व आपातकालीन, जनरल क्लिनिक, मातृ स्वास्थ्य, नवजात स्वास्थ्य, टीकाकरण, परिवार कल्याण, संक्रामक बीमारियां, गैर संक्रामक बीमारियाँ, आउटरिच, दवाइयाँ, लैब व प्रशासन आदि के रख-रखाव एवं निर्धारित मापदंड अनुसार जांच की गई।
उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्वालिटी एश्योरेंस सर्टिफिकेट प्राप्त करने में अरबन यूनिट के शहरी कार्यक्रम प्रबंधक हरफुल घिंटाला, संस्थान प्रभारी डॉ. अशोक कुमार, पूर्व पार्षद भरत मेघवाल, लेखाकार संजय सोनी, नर्सिंग ऑफिसर गुलजार खान, यशवंत कुमार पुंसल, श्रवण कुमार, फार्मासिस्ट दीपक कुमार, योगा प्रशिक्षक ताराराम, प्रयोगशाला सहायक भवनेश शर्मा, एएनएम प्रियंका जाखड., खुशबू सैन ,कालु कुमारी, डीईओ विजय सुन्देशा, दिनेश, हेमंत, आशा सुशीला गहलोत, सुशीला टांक, लीला कुमारी, सहायक कर्मचारी कुसुम गर्ग व स्वीपर भरत कुमार आदि की विशेष भूमिका रही।